Friday, 24 January

भोपाल
किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा किसानों को खेती की नवीनतम तकनीकों का प्रशिक्षण देकर खेती को लाभ का धंधा बनाने की दिशा में कारगर उपाय किए जा रहे हैं। आत्मा योजनांतर्गत कृषकों को अधिक उत्पादन के लिये प्रशिक्षण प्रदान किये जा रहे हैं। किसानों को राज्य से बाहर भी प्रशिक्षण के लिये भेजा जाता है। इस प्रशिक्षण का लाभ प्राप्त कर बैतूल जिले के किसान श्री लोकेश गावंडे प्रतिमाह 10 हजार रूपये का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा उन्हें अकोला (महाराष्ट्र) भेजा गया था, जहां से उन्हें उन्नत तरीके से वर्मी कम्पोस्ट बनाने एवं मार्केटिंग के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। वे बताते हैं कि मेरे स्वयं के पास कम पशुधन होने के कारण मैं वर्मी कम्पोस्ट बनाने हेतु कच्चा माल (गोबर, कचरा) गांव एवं आसपास के गांव से खरीदकर खाद का निर्माण करता हूँ जिसकी लागत लगभग प्रति ट्राली 2000 रूपये होती है। इससे लगभग 10 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट तैयार होती है, जिसमें कुल खर्च 4000 रुपये होता है और 700 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बेचने पर 7000 रुपये प्राप्त होते है। इस तरह एक माह में 3000 रुपये खाद से तथा 7000 रुपये केंचुआ विक्रय से प्राप्त हो रहे हैं।

ग्राम पंचायत सिंघपुर जिला मण्डला के किसान उत्तम सिंह परस्ते ने बताया कि वे कृषि विभाग द्वारा आयोजित प्रशिक्षण में भाग लेकर गेहूँ और धान का अच्छा उत्पादन कर रहे है। फसलों की उन्नत तकनीकों को अपना कर कोदो एवं सब्जियों का अच्छा उत्पादन प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने अपने खेत पर सोलर पंप भी लगवाया है जिससे वह सब्जियों के लिए सिंचाई का साधन बन गया है। जैविक खेती के लिए केंचुआ पालन भी कर रहे हैं। इस तरह खेती की लागत कम होने से परिवार की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार आया है।


Source : Agency

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