सीतामढ़ी.
सीतामढ़ी में एक लाख रुपये लेकर होमगार्ड की बहाली में पहुंचे भागलपुर के मुन्ना भाई को पुलिस ने दबोच लिया है। पकड़े गए मुन्ना भाई की पहचान भागलपुर जिले के पीरपैंती थाना क्षेत्र के दूलदुलिया गांव निवासी संतोष यादव के रूप में की गई। पुलिस उसे गिरफ्तार कर फिलहाल पूछताछ कर रही है। मुन्ना भाई बायोमेट्रिक जांच के दौरान पकड़ा गया।
इस संबंध में गृहरक्षा वाहिनी के कमांडेंड गौतम कुमार ने बताया कि वर्ष 2009 में निकले वैकेंसी के बहाली प्रक्रिया का अंतिम दिन था। संतोष यादव किसी अन्य अभ्यर्थी के बदले दौड़ लगाने पहुंचा था। संतोष यादव फिजिकल टेस्ट में शामिल हुआ, जिसमें दौड़ भी लगाया, उंची कूद, लंबी कूद और गोला यानी सभी टेस्ट को पार करता हुआ सफल हो गया। अंत में अब जब बायोमैट्रिक जांच होने लगी तब उनका फिंगर अनमैच होने लगा। बार-बार ऐसा होने पर परीक्षक को उसपर शक हो गया और फिर उसकी सख्ती से पूछताछ होने लगी। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसका झूठ पकड़ा गया और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया कि वह रुन्नीसैदपुर के एक अभ्यर्थी के बदले में शारीरिक दक्षता जांच परीक्षा में शामिल होने आया था।
एक लाख रुपये के लालच में आया था
गृहरक्षा वाहिनी के कमांडेंड गौतम कुमार ने बताया कि सुबह में आवेदकों की जांच के दौरान फर्जी अभ्यर्थी पकड़ा गया है। इससे पूछताछ के बाद शुक्रवार के साम डुमरा थाना पुलिस को सौंप दिया गया है। बताया गया की जिले के रुन्नीसैदपुर प्रखंड के मानिक चौक गांव निवासी एक अभ्यर्थी ने भागलपुर के सुमित कुमार के नाम के युवक से बहाली प्रक्रिया में शारीरिक दक्षता पास कराने के लिए सेंटिंग किया था। सुमित के कहने पर संतोष यादव एक लाख रुपये की लालच में आकर रुन्नीसैदपुर प्रखंड के अभ्यर्थी के बदले दौड़ने के लिए सीतामढ़ी पुलिस केन्द्र पहुंच गया। इसी दौरान मुन्ना भाई पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पकड़े गए मुन्ना भाई को डुमरा पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। इसके पीछे बड़ा सिंडिकेट होने की संभावना जताई जा रही है।
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