नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने पिछले हफ्ते ही अपनी वेबसाइट पर चुनावी बॉन्ड के आंकड़े सार्वजनिक किए। सुप्रीम कोर्ट ने यह जानकारी शेयर करने के लिए आयोग को 15 मार्च 2024 तक की समय सीमा दी थी। ECI के अनुसार, फ्यूचर गेमिंग, मेघा इंजीनियरिंग और क्विक्सप्लाईचैन प्राइवेट लिमिटेड इलेक्टोरल बॉन्ड के टॉप 3 डोनर्स हैं। ECI द्वारा जारी चुनावी बॉन्ड डेटा से सामने आया कि अप्रैल 2019 और जनवरी 2024 के बीच कम से कम 333 व्यक्तियों ने 358.91 करोड़ रुपये के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे।
इसमें से 15 प्रमुख व्यक्तियों की हिस्सेदारी 158.65 करोड़ रुपये या 44.2% है, जिनमें से अधिकांश बड़ी कॉर्पोरेट फर्मों से जुड़े हैं। इन प्रमुख शख्सियतों में लक्ष्मी निवास मित्तल, लक्ष्मीदास वल्लभदास मर्चेंट, इंदर ठाकुरदास जयसिंघानी, राजेश राजेश मन्नालाल अग्रवाल, हरमेश राहुल जोशी और राहुल जगन्नाथ जोशी, किरण मजूमदार शॉ जैसे नाम शामिल हैं।
लक्ष्मी निवास मित्तल- 35 करोड़ के बॉन्ड
फोर्ब्स के मुताबिक 1,670 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति के मालिक लक्ष्मी निवास मित्तल दुनिया की सबसे बड़ी स्टील बनाने वाली कंपनियों में से एक आर्सेलरमित्तल के कार्यकारी अध्यक्ष और सीईओ हैं। वह लंदन में रहते हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान 18 अप्रैल, 2019 को बॉन्ड खरीदे।
लक्ष्मीदास वल्लभदास मर्चेंट- 25 करोड़ के बॉन्ड
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड से जुड़े एक चार्टर्ड अकाउंटेंट, मर्चेंट रिलायंस लाइफ साइंसेज और रिलायंस लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड, रिलायंस इंफोसोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, रिलायंस ग्लोबल मैनेजमेंट सर्विसेज लिमिटेड और रिलायंस मीडिया ट्रांसमिशन प्राइवेट लिमिटेड सहित कई अन्य कंपनियों के निदेशक हैं। वह रिलायंस वेंचर्स लिमिटेड के पहले निदेशक थे। उन्होंने नवंबर 2023 में बॉन्ड खरीदे थे
राहुल भाटिया: 20 करोड़ रुपये के बॉन्ड
भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के प्रमोटर भाटिया ने अप्रैल 2021 में पर्सनली 20 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे। इसके अलावा, तीन अन्य इंडिगो संस्थाओं – इंटरग्लोब एविएशन, इंटरग्लोब एयर ट्रांसपोर्ट और इंटरग्लोब रियल एस्टेट वेंचर्स ने भी कुल 36 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे।
इंदर ठाकुरदास जयसिंघानी- 14 करोड़ के बॉन्ड
बिजनसमैन जयसिंघानी बिजली के तारों और केबलों के प्रमुख निर्माता, पॉलीकैब ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ के अध्यक्ष और MD हैं। उन्होंने अप्रैल और अक्टूबर 2023 में बॉन्ड खरीदे।
राजेश मन्नालाल अग्रवाल- 13 करोड़ के बॉन्ड
राजेश अजंता फार्मा लिमिटेड के मालिक और सह-संस्थापक हैं। यह एक मल्टीनेशनल फार्मा कंपनी है जो मुंबई में स्थित है। कंपनी की संयुक्त राज्य अमेरिका सहित लगभग 20 कंपनियों में हिस्सेदारी है। अग्रवाल ने जनवरी 2022 और अक्टूबर 2023 के बीच बॉन्ड खरीदे, वहीं उनकी कंपनी को अलग से 4 करोड़ रुपये के बॉन्ड के कॉर्पोरेट खरीदार के रूप में दिखाया गया था।
हरमेश राहुल जोशी और राहुल जगन्नाथ जोशी- प्रत्येक 10 करोड़ रुपये के बॉन्ड
मुंबई में मुख्यालय वाली ओम फ्रेट समूह की कंपनियों के निदेशकों में से एक हरमेश व्यक्तिगत रूप से एक दर्जन से अधिक ग्रुप, ऑस्कर फ्रेट प्राइवेट लिमिटेड और सेवन हिल्स शिपिंग प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियों से जुड़े हुए हैं। उन्होंने जनवरी 2022 और नवंबर 2023 में बॉन्ड खरीदे।
किरण मजूमदार शॉ- 6 करोड़ के बॉन्ड
वह बायोकॉन की अध्यक्ष और संस्थापक हैं। बायोकॉन वर्तमान में 120 देशों में उत्पाद बेचता है। सूची में उनका नाम आने के बाद किरण ने दिखाया कि उन्होंने अप्रैल 2023 में बॉन्ड खरीदे थे। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “सभी पार्टियां फंडिंग चाहती हैं।”
इंद्राणी पटनायक- 5 करोड़ के बॉन्ड
इंद्राणी भारत में सबसे ज्यादा टैक्स देने वालों में से हैं। वह नौ कंपनियों की निदेशक हैं जो मुख्य रूप से खनन व्यवसाय में हैं। उनके बेटे अनुराग से 20 जुलाई, 2015 को ईडी ने पूछताछ की थी और 11 जनवरी, 2019 को उनसे जुड़े स्थानों पर आयकर छापे मारे गए थे। उन्होंने 10 मई, 2019 को बॉन्ड खरीदे।
सुधाकर कंचरला- 5 करोड़ के बॉन्ड
विदेश में रहने वाले कंचरला योडा ग्रुप के चेयरमैन और देवांश लैब वर्क्स के संस्थापक हैं। उन्होंने 12 अप्रैल, 2023 को बॉन्ड खरीदे थे।
अभ्रजीत मित्रा- 4.25 करोड़ रुपये के बॉन्ड
मित्रा कोलकाता-बीआरडी सीरॉक इंफ्राप्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं। वह पहले एक अन्य फर्म, टेक्नोफाइल इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े थे, जो कंप्यूटर से संबंधित गतिविधियों जैसे वेबसाइटों के रखरखाव/अन्य फर्मों के लिए मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन का निर्माण में शामिल है। उन्होंने अक्टूबर 2023 में बॉन्ड खरीदे थे। साभार।