Wednesday, 8 January

नई दिल्ली
चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर सीट पर भी चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है. दिल्ली के साथ अयोध्या जिले की मिल्कीपुर सीट पर भी 5 फरवरी को वोटिंग होगी, जिसके नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे.  मिल्कीपुर सीट पर उम्मीदवारों का नॉमिनेशन 10 जनवरी से शुरू होगा और 17 जनवरी तक चलेगा. उसके बाद 18 जनवरी को प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी और जो प्रत्याशी अपना नामांकन वापस लेना चाहें, वो 20 जनवरी तक वापस ले सकते हैं. अगर वोटिंग की बात करें तो यहां 5 फरवरी को वोटिंग होगी और 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे.
 अवधेश प्रसाद के इस्तीफे से खाली हुई सीट
2022 के विधानसभा चुनावों में मिल्कीपुर सीट से समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद विधायक चुने गए थे. अखिलेश यादव ने 2024 के लोकसभा चुनावों में उन्हें फैजाबाद (अयोध्या) सीट से टिकट दिया और वो बीजेपी के लल्लू सिंह को हराकर चुनाव जीते, जिसके बाद उन्होंने मिल्कीपुर विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया और इस सीट पर अब उपचुनाव हो रहे हैं.

यूपी की 9 सीटों पर पहले ही हो चुके हैं उपचुनाव
इससे पहले यूपी की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो चुके हैं. इनमें से 7 सीटों पर एनडीए जबकि दो सीटों पर सपा ने जीत दर्ज की थी. करहल और सीसामऊ सीट पर समाजवादी पार्टी जीती थी, जबकि मझवां, कुंदरकी, खैर, गाजियाबाद सदर, कटेहरी और फूलपुर में बीजेपी और मीरापुर में आरएलडी ने जीत दर्ज की थी. सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नतीजा कुंदरकी का रहा था क्योंकि ये सीट बर्क परिवार की मानी जाती रही है. इस बार बीजेपी के रामवीर सिंह ने कुंदरकी में कमल खिलाया है.

मिल्कीपुर में क्यों नहीं हुआ था चुनाव?
चुनाव आयोग ने बताया था कि पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा ने 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की हुई थी. ये याचिका 2022 विधानसभा चुनाव के बाद गोरखनाथ बाबा ने सपा के अवधेश प्रसाद के चुनाव जीतने को लेकर दायर की थी, जो कोर्ट में लंबित थी. हालांकि अब इस याचिका को वापस ले लिया गया है. उम्मीदवारों का ऐलान करें तो सपा ने मिल्कीपुर विधानसभा सीट से अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है. हालांकि बीजेपी ने अबतक यहां अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है.


Source : Agency

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