Tuesday, 17 December

अनूपपुर

समुद्र तल से 1065 मीटर ऊंचाई पर विंध्य और सतपुड़ा मैकल पहाड़ी के केंद्र बिंदु पर स्थित नर्मदा उद्गम पवित्र नगरी अमरकंटक में वर्ष 2024 की सबसे अत्यधिक ठंड की सुबह 17 दिसंबर मंगलवार को दर्ज हुई। यहां तापमान 0 डिग्री से नीचे आ गया है।

नर्मदा उद्गम स्थल से लेकर कपिलधारा तक पूरे अमरकंटक नगर में मंगलवार की सुबह जमाव भरी ठंड थी। रात में आई तापमान की गिरावट से घास पर ओस पूरी तरह से बर्फ का रूप ले ली थी।

नर्मदा का जल भी पूरी तरह से ठहरा हुआ बर्फ के समान नजर आया। चारों तरफ हरी घास पूरी तरह से सफेद और कठोर हो चुकी थी। लोगों ने घास पर जमी बर्फ को उठाकर एहसास भी किया।

स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने लिया आनंद
    वाहनों में बर्फ पूरी तरह से जमा नजर आई। अमरकंटक आए पर्यटक श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों ने कड़कड़ाती ठंड के बावजूद बाहर निकाल कर इस नजारे को नजदीक से देखने का आनंद उठाया।
    गलन भरी ठंड अमरकंटक सहित पुष्पराजगढ़ के ग्रामीण अंचल में भी मंगलवार की सुबह थी। अनूपपुर जिले में भी भारी ठंड का वातावरण बना हुआ है। 12 दिसंबर से उत्तर भारत से चलने वाली बर्फीली हवाओं की वजह से लगातार अमरकंटक सहित समूचे जिले के तापमान में लगातार गिरावट आ रही थी।
    जमीन पर ओस जमा होने लगी थी। पाला पड़ने लगा था। पेड़ पौधे, पशुओं मवेशियों सहित इंसानों पर ठंड का कहर बना हुआ था। पिछले वर्ष अमरकंटक में तापमान निचले स्तर पर नहीं आ पाया था।

तीन वर्ष बाद कड़ाके की ठंड लौटी
पिछले तीन वर्ष बाद यहां कड़ाके की ठंड लौट कर आई है। अमरकंटक में मौजूद पर्यटक और श्रद्धालु यहां के ठंड भरे मौसम का भरपूर आनंद उठा रहे हैं और मौसम भी शिमला, पचमढ़ी की तरह बर्फ जमने जैसे तस्वीरों का दीदार लगातार कर रहा है जिससे लोग भी अमरकंटक के वातावरण की जानकारी मिलने पर रोज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं और सुबह जल्दी उठकर ठंड भरे नजारे का उठा रहे हैं।

इस बीच, इंदौर से खबर है कि सोमवार को हवाओं का रुख उत्तर पूर्वी होने के कारण शहरवासियों को ठंड से राहत मिली और तापमान में इजाफा देखने को मिला। रविवार के मुकाबले सोमवार को दिन के तापमान में दो डिग्री का इजाफा देखने को मिला। मंगलवार को शहर में अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री अधिक था।

वहीं न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा। दिन में उत्तर व उत्तरी पूर्वी हवाएं 10 से 12 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चली। भोपाल स्थित मौसम केंद्र के विज्ञानियों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बना है जो तमिलनाडु की ओर बढ़ रहा है।

इसके असर से अभी इंदौर में तापमान में इजाफा देखने को मिल रहा है। आगामी दिनों में हिमालय क्षेत्र में एक पश्चिम विक्षोभ भी सक्रिय होगा। इसकी वजह से इंदौर में 21 दिसंबर तक शहरवासियों को तेज ठंड से राहत मिलेगी और दिन व रात के तापमान में इजाफा भी देखने को मिलेगा। पश्चिम विक्षोभ के गुजरने के बाद ही शहर के तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी।


Source : Agency

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