अयोध्या
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ से गंगा नहाकर लौट रहे श्रद्धालुओं का बहुत बड़ा हुजूम सोमवार को राम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंच गया। राम नगरी में सोमवार को दर्शन के पिछले सभी रिकॉर्ड टूट गए। तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने सोमवार को रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। सरयू में 25 लाख से ऊपर लोगों ने डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं की बेतहाशा भीड़ की वजह से जिला प्रशासन की सारी व्यवस्था ध्वस्त हो गई। हाईवे से लेकर अयोध्या शहर में एक-एक गली पूरे दिन जाम से पस्त रही।
सुबह से ही श्रद्धालुओं की लाइन रामलला के दर्शन के लिए लगगई थी। लगभग 1 किलोमीटर लंबी लाइन सुबह से ही दरबार तक पहुंचने के लिए लग गई। टेढ़ी बाजार से लेकर जन्मभूमि पथ तक और दूसरी ओर यूनियन बैंक से बिरला गेट तक तिल रखने की जगह नहीं थी। प्रशासन को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। प्रयागराज में उमड़ रही भीड़ के टूर प्लान में रामलला दर्शन के मद्देनजर अयोध्या में भी प्रशासन चौकसी बरत रहा है। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर प्रशासनिक व्यवस्था और तैयारियों की अग्निपरीक्षा होगी जिस दिन प्रयागराज में 10 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है।
जन्मभूमि पथ पर लाइन में लगी एक वृद्धा श्रद्धालु की सोमवार को मौत हो गई। बताया जाता है कि दोपहर 12:30 बजे के करीब जन्मभूमि पथ पर लाइन में लगी हरियाणा में सोनीपत के रहने वाले अमर सिंह की 62 वर्षीय पत्नी विमला देवी भीड़ के दबाव में बेहोश हो गईं। आनन-फानन में उन्हें पड़ोस के श्रीराम हॉस्पिटल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतका के साथ रहे उनके भतीजे ने बताया कि विमला देवी हृदय रोग की मरीज थीं।
Source : Agency