Tuesday, 17 December

नई दिल्ली
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी मंगलवार को कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पहुंचकर हनुमान जी के दर्शन करेंगी। उन्होंने एक्स पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। सीएम आतिशी ने एक्स पर लिखा, “आज सुबह 11 बजे कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पहुंचकर हनुमान जी का दर्शन कर उनका आशीर्वाद लूंगी। ईश्वर हम सबको शक्ति और साहस दें ताकि हम दिल्ली के विकास और हमारे नेता अरविंद केजरीवाल के विजन को आगे बढ़ा सकें।

सीएम पद की शपथ लेने के बाद सोमवार (23 सितंबर) को आतिशी ने खुद को ‘भरत’ बताते हुए दावा किया था कि ‘श्री राम’ इस पर कुछ महीनों बाद बैठेंगे। नई सीएम के लिए ‘श्री राम’ आम आदमी पार्टी के संयोजक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल हैं। मीडिया से रूबरू दिल्ली की सीएम ने कहा था कि, पिता के एक वचन के खातिर जब भगवान श्री राम 14 साल के लिए वनवास गए थे तो भरत को अयोध्या का कार्यभार संभालना पड़ा था। जैसे भरत ने 14 साल तक भगवान राम की पादुकाएं संभाली और कार्यभार संभाला, वैसे ही अगले चार महीने तक मैं दिल्ली सरकार चलाऊंगी। इस दौरान आतिशी के बगल में एक खाली कुर्सी भी थी। जिस पर कभी पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बैठते थे।

बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी ने शनिवार (21 सितंबर) को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने राजनिवास में उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। सीएम पद की शपथ लेने के बाद, आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बन गई हैं। आतिशी से पहले स्वर्गीय सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। आतिशी दिल्ली के कालकाजी सीट से विधायक हैं और दिल्ली सरकार के कई विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं।

उल्लेखनीय है कि कथित शराब घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल को हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी थी। हालांकि, कोर्ट ने जमानत देते हुए केजरीवाल पर कई तरह प्रतिबंध भी लगाए थे। जैसे कि वह मुख्यमंत्री ऑफिस नहीं जा सकते, किसी फाइल पर साइन नहीं कर सकते, केस से संबंधित गवाहों को प्रभावित नहीं कर सकते और केस के बारे में कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। जमानत पर तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद, केजरीवाल ने कहा था कि अगर जनता मुझे ईमानदार मानती है और दोबारा चुनती है, तो मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा।

 


Source : Agency

Share.
Exit mobile version