अलवर.
भिवाड़ी में पुलिस की साइबर सेल अपनी ही पुलिस अधीक्षक (एसपी) की जासूसी कर रही थी और तंत्र भी पुलिस का ही इस्तेमाल किया जा रहा था। मामले का खुलासा होने पर एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी ने साइबर सेल के इंचार्ज सहित सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। इनमें सब इंस्पेक्टर श्रवण जोशी, हेड कांस्टेबल अवनीश कुमार, कांस्टेबल भीम, रोहिताश, सतीश, राहुल, दीपक शामिल हैं।
पता चला है कि साइबर सेल का इंचार्ज श्रवण जोशी ही एसपी के मोबाइल नंबर की लोकेशन निकलवा रहा था। यह काम कब से हो रहा था, इसकी जानकारी तो फिलहाल नही मिली है लेकिन बताया जा रहा है कि दस से अधिक बार एसपी की लोकेशन निकाली गई और लोकेशन लेने के लिए जिस नंबर का इस्तेमाल किया जाता था, उसकी चेटिंग को भी डिलीट कर दिया गया। यह लोकेशन केवल शनिवार और रविवार की ही निकाली जा रही थी। इसका उद्देश्य एसपी को बिना बताए छुट्टी करने का बताया जा रहा है। हालांकि पुलिस इस तर्क को खारिज कर रही है। बहरहाल पूरे प्रकरण की रिपोर्ट मुख्यालय भेजी गई है और इसकी जांच एससी-एसटी सेल के डीएसपी को दी गई है। प्रदेश के पुलिस महकमे में यह अपनी तरह का पहला मामला है और इसलिए सब चुप्पी साधे हुए हैं। एसपी की जासूसी का असली मकसद और इसमें शामिल अन्य चेहरों का खुलासा जांच के बाद ही होगा। वैसे शक की सुई श्रवण जोशी पर ही टिकी है। इस मामले की सूचना मिलते ही आईजी अजय पाल लाम्बा भी कल शाम भिवाड़ी पहुंच गए हैं और उन्होंने जासूसी करने वालों को एसपी ऑफिस बुलाकर बात भी की है। आज वे अधिकारियों की बैठक भी लेंगे, जिसमें इस प्रकरण पर और चर्चा की जाएगी।
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