सागर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बुधवार को सागर में मंच से घोषणाएं कर रहे थे, तभी विधायक शैलेंद्र जैन उनके पास मांगों की लिस्ट लेकर पहुंच गए। CM उनसे बोले, ‘अब लालच मत करो, बहुत हो गया। अब मुझे कुछ नहीं दिख रहा, कुछ नहीं सुन रहा। एक अंगुली पकड़ी, दो पकड़ी, तीन पकड़ी, पूरी ही पकड़ रहे हो। जरा ठहरो तो सही, जल्दी क्यों कर रहे, आखिरी बार थोड़ी आया, बार – बार आता रहूंगा।’
पीटीसी ग्राउंड पर सभा के दौरान मुख्यमंत्री ने सागर जिले के लिए 6 घोषणाएं कीं। ये मांगें स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने ही उनके सामने रखी थीं। CM ने कहा, ‘हरिसिंह गौर जी को आज नहीं तो कल भारत रत्न मिलना चाहिए।’ खाद्य मंत्री गोविंद राजपूत और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव यहां विशेष रूप से मौजूद रहे।
• सागर में आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा। इसका नाम आचार्य विद्यासागर महाराज होगा।
• राज्य स्तर पर हवाई यातायात शुरू करेंगे। 12 सीटर
प्लेन लाए जाएंगे। सागर को भी जोड़ा जाएगा।
• बड़तूमा में रविदास महाराज के स्थान पर सड़क बनाई जाएगी। इसे रविदास लोक करेंगे।
• मकरोनिया महाविद्यालय में पीजी क्लास इसी सत्र से शुरू की जाएगी।
• बंडा महाविद्यालय भी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के रूप में जाना जाएगा।
• केसरी महाविद्यालय में साइंस का कोर्स खोला जाएगा।
रानी अवंति बाई लोधी राजकीय विश्वविद्यालय का भूमिपूजन
इससे पहले मुख्यमंत्री ने रानी अवंति बाई लोधी राजकीय विश्वविद्यालय का भूमिपूजन किया। सभा में इसका जिक्र कर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमने 100 दिन से भी कम समय में विश्वविद्यालय दिया। इसी सत्र से विश्वविद्यालय कामकाज करना शुरू करेगा। यहां के बच्चे जो कोर्स चाहेंगे, वो सारे के सारे खोले जाएंगे।’
सागर के आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज को बनाया गया
विश्वविद्यालय
उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के तीन शहरों में राजकीय विश्वविद्यालय की स्थापना की सैद्धांतिक स्वीकृति दी है। इसके आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। इनमें पंडित दीनदयाल उपाध्याय आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज सागर को रानी अवंति बाई विश्वविद्यालय सागर किया गया है। आदेश में यह भी कहा गया है कि लीडिंग कॉलेज विश्वविद्यालय की संगठक इकाई होगी, यानी महाविद्यालय का अस्तित्व बना रहेगा।