Monday, 30 December

भोपाल

 मध्य प्रदेश में अति वर्षा के कारण उत्पन्न स्थिति पर नियंत्रण और बचाव कार्यों की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने समत्व भवन में आपात बैठक बुलाई। बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी संभागीय आयुक्त, आईजी, पुलिस कमिश्नर, कलेक्टर और एसपी जुड़े, जबकि प्रमुख विभागों के अधिकारी प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में हो रही भारी वर्षा और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते, किसी को भी छुट्टी पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अति वर्षा के बावजूद जनजीवन सामान्य रहे, इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।

निचली बस्तियों के निवासियों को राहत शिविरों में शिफ्ट करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि निचली बस्तियों में रहने वाले लोगों को समय पर सतर्क किया जाए और आवश्यकतानुसार उन्हें राहत शिविरों में शिफ्ट किया जाए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पानी से भरे पुलों और सड़कों पर तत्काल सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता है।

अलर्ट वाले क्षेत्रों में तत्पर रहे प्रशासन
बैठक में उन्होंने कहा कि सम्बन्धित विभाग शीर्ष प्राथमिकता और पूर्ण संवेदनशीलता के साथ राहत व बचाव कार्य युद्ध स्तर पर संचालित करने में जुटे रहें। जिन जिलों के लिए अलर्ट जारी किए गये हैं, वहां जिला प्रशासन तत्परता से काम करे, कोई जनहानि न हो, यह सुनिश्चित करें।लोगों को समय रहते सतर्क/शिफ्ट करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षा का चक्र बदलने के कारण सितंबर माह में जितनी वर्ष होनी चाहिए उससे अधिक हो रही है। अति वर्षा के बावजूद भी जनजीवन सामान्य रहे, अतः समय रहते आवश्यक सावधानियां बरतते हुए बचाव के कार्य किए जाएं। निचली बस्तियों में रहने वालों को समय रहते सतर्क किया जाए और आवश्यकता अनुसार उन्हें राहत कैंपों में शिफ्ट किया जाए। जिन रपटों और पुलों पर पानी है वहां तत्काल आवश्यक सावधानी व सतर्कता बढ़ाई जाए।तत्काल दें आर्थिक सहायता
उन्होंने यह भी कहा कि अति वर्षा के प्रभाव से हुई जनहानि और पशु हानि की स्थिति में राहत उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलेक्टरों को जनहानि की स्थिति में चार-चार लाख रुपए की सहायता राशि तत्काल राशि परिजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पुराने जीर्ण-क्षीर्ण भवनों को चिन्हित कर सुरक्षात्मक व्यवस्था की जाए और आवश्यकता होने पर निवासियों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाए।बैठक में ये रहे मौजूद
समत्व भवन में हुई इस बैठक में सीएस वीरा राणा, एसीएस डॉ राजेश राजौरा, डीजीपी, डीजी होमगार्ड, अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव जल संसाधन, गृह विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक निर्माण विभाग, नगरीय विकास एवं आवास, राजस्व विभाग, लोक स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, जनसंपर्क विभाग आदि मौजूद रहे। इसके अलावा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी संभागीय आयुक्त, आईजी, पुलिस कमिश्नर, कलेक्टर, एसपी बैठक से जुड़े।

जनहानि पर राहत राशि की घोषणा
मुख्यमंत्री ने अति वर्षा के प्रभाव से हुई जनहानि और पशु हानि की स्थिति में तत्काल राहत देने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया कि जनहानि की स्थिति में पीड़ित परिवारों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि तुरंत प्रदान की जाए।

हेलीकॉप्टर से राहत कार्य और पुराने भवनों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान

मुख्यमंत्री ने बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर की मदद से एयरलिफ्ट करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, पुराने और जीर्ण-शीर्ण भवनों की पहचान कर उन्हें खाली कराने और निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के आदेश दिए गए हैं।


Source : Agency

Share.
Exit mobile version