नर्मदापुरम
मध्य प्रदेश में हुई छठी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 31,800 करोड़ के प्रस्ताव मिलने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं. उन्होंने नर्मदापुरम को लेकर कहा है कि मोहासा-बाबई का औद्योगिक क्षेत्र कर्मशील मानव संसाधन औद्योगिक विकास में सहायक बनेगा. मोहासा में विद्युत एवं नवकरिणी ऊर्जा उपकरण विनिर्माण पार्क सहित नवीन इकाइयों का मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भूमि पूजन भी किया. नर्मदापुरम इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को सफल मानते हुए सरकार दावा कर रही है कि आने वाले समय में यह क्षेत्र लाखों लोगों को रोजगार देने वाला बनेगा. नर्मदापुरम इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में अलग-अलग प्रकार के 31,800 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि नर्मदा पुरम में एमपीआईडीसी का सर्व सुविधा युक्त कार्यालय शुरू होगा.
सभी प्रकार की सुविधा होगी प्राप्त
इसके माध्यम से उद्योगपतियों को महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी. इतना ही नहीं, सिंगल विंडो पर उन्हें सभी प्रकार की सुविधा प्राप्त होगी. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निवेशक एवं उद्योग जगत के लोगों से अलग-अलग टेबल पर बातचीत भी की. मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा पुरम में औद्योगिक गतिविधियों में आने वाले समय में तेजी आने वाली है.
रीवा की सात उद्यम इकाइयों का शिलान्यास
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नर्मदापुरम में आयोजित इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के दौरान रीवा की सात उद्यम इकाइयों का शिलान्यास एवं लोकार्पण भी किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां पर पहले रेल नहीं चलती थी वहां अब हवाई जहाज उड़ान भर रहे हैं. मध्य प्रदेश में आने वाले समय में और भी विकास की प्रबल संभावनाओं पर काम किया जा रहा है.
इन उद्योगों पर रहा फोकस
नर्मदा पुरम में आयोजित इंडस्ट्री में देश ही नहीं बल्कि विदेशों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया. आयोजन में कनाडा, मेक्सिको, नीदरलैंड, मलेशिया आदि के प्रतिनिधि भी शामिल हुए. इस इन्वेस्टर कॉन्क्लेव में फूड इंडस्ट्री, कृषि, डेयरी, पर्यटन, कपड़ा उद्योग आदि पर विशेष फोकस रहा. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बताया कि नर्मदा पुरम आने वाले समय 24000 स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा, जबकि सभी सेक्टर में शुरू होने वाली इंडस्ट्री में 50000 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है.
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