रायपुर.
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने आज छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय से मुख्यमंत्री निवास रायपुर में मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ आगमन पर उनका स्वागत और सम्मान किया। इस दौरान पेयजल, स्वच्छता और इससे जुड़ी केंद्रीय प्रवर्तित योजनाओं पर भी चर्चा हुई। इस मौके पर डिप्टी सीएम अरूण साव भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री साय, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री पाटिल ने राजनांदगांव जिले के अमलीडीह गांव के ग्रामीण औद्योगिक पार्क में महिला समूहों के संचालित प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट का मुआयना किया। उन्होंने प्लास्टिक कचरे की रिसाइक्लिंग करके पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किए जा रहे महिला समूहों के प्रयास की सराहना की। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा, पूर्व सांसद प्रदीप गांधी, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष दिनेश गांधी सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
एक अनुकरणीय प्रयास: सीएम साय
मुख्यमंत्री ने महिला समूह से चर्चा करते हुए कहा कि आप सबका यह प्रयास राज्य और देश में पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में एक अनुकरणीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से हम प्लास्टिक कचरा को रिसाइकलिंग कर पर्यावरण को रहे नुकसान को कम कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि महिला समूह ने अपने विशेष प्रयासों से रोजगार और स्वावलंबन हासिल करने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए उल्लेखनीय काम किया है।
‘महिला समूह आत्मसम्मान के साथ तेजी से आगे बढ़ रहीं’
इस अवसर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री पाटिल ने कहा कि महिलाएं आज अनेक क्षेत्रों में अपने हुनर व मेहनत से देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहीं हैं। महिला समूह आत्मसम्मान के साथ रोजगार और स्वावलंबन की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक वेस्ट से मिट्टी, पानी और हवा प्रदूषित होती है। इससे जीव-जंतु का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि महिला समूह ने जो प्लास्टिक कचरा को रिसाइक्लिंग करने का बीड़ा उठाया है, यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कारगर साबित होगा।
अमलीडीह में महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क संचालित
डोंगरगांव के ग्राम पंचायत अमलीडीह में महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क संचालित है। यहां स्वच्छता दीदीओ की ओर से अर्जुनी, कोनारी एवं अमलीडीह कलस्टर व आसपास के ग्राम पंचायत से निकलने वाले प्लास्टिक कचरा को संग्रहित किया जाता है। क्लस्टर की महिला समूहों द्वारा प्लास्टिक कचरे को यहां लाकर इसकी छटनी और फिर रिसाइक्लिंग कर प्लास्टिक गट्टा, प्लास्टिक दाना एवं प्लास्टिक पीपी बनाया जाता है। प्लास्टिक गट्टा को रायपुर भेजा जाता है। प्लास्टिक गट्टा से प्लास्टिक सुतली, गुड़ाखू डब्बा, प्लास्टिक कुर्सी, प्लास्टिक ड्रम एवं प्लास्टिक के अन्य उत्पाद बनाए जाते हैं।
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