Friday, 20 September

नालंदा.

घटना के संबंध में दिलखुश के पिता अरुण विश्वकर्मा ने बताया कि मंगलवार को 9 बजे तक बेटे से बात हुई थी। इसके बाद से उसका फोन रिंग हो रहा था, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पा रही थी। काफी खोजबीन की गई। बावजूद उसका कहीं अता-पता नहीं चल रहा था। गुरुवार की सुबह जब अपनी मोटरसाइकिल निकालने उक्त खंडहरना मकान में पहुंचे तो तेज दुर्गंध आ रही थी। जिसके बाद अंदर के कमरे में टॉर्च जलाकर झांक कर देखा तो बेटे का शव पड़ा हुआ था।

दरअसल, जिस खंडहर नुमा घर से दिलखुश का शव बरामद किया गया है। उसी घर में उसके पिता अपनी मोटरसाइकिल लगाते है। पॉकेट से ही मोबाइल भी बरामद किया गया है जो वाइब्रेशन मोड में था। परिजन आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि किसी के द्वारा उनके बेटे की हत्या की गई है। हालांकि इलाके में चर्चा है कि किशोर ब्राउन शुगर के नशे में डूबा रहता था। गणेश तीन भाइयों में सबसे छोटा था और उससे छोटी एक बहन है। पिता कन्हैया गंज झूला क्लस्टर में काम करते हैं। वहीं इस मामले में हिलसा थाना अध्यक्ष अभिजीत कुमार ने बताया कि शव मिलने की सूचना पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल बिहार शरीफ भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा। बॉडी पूरी तरह से डीकंपोज हो गया है। दिलखुश बीते दो दिनों से लापता था। फिलहाल पुलिस पूरे घटना की जांच में जुट गई है। आवेदन मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।


Source : Agency

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