नई दिल्ली
बांग्लादेश में बीते दिनों अल्पसंख्यक हिंदू समाज पर अत्याचार का विरोध करने वाले इस्कॉन मंदिर के धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसको लेकर पूरे देश में हिंदू संगठनों और बीजेपी के जरिये विरोध हो रहा है. इसी क्रम में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्य सभा सांसद डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी का बड़ा बयान सामने आया है. बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने हिंदुस्तान सरकार से एनआरसी लागू करने की मांग की. उन्होंने कहा कि एनआरसी के बाद एक-एक बांग्लादेशी को बॉर्डर के बाहर भगा देना चाहिए, अब सिर्फ इसी से काम बनेगा. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश को हमारे हजारों सैनिकों ने अपना बलिदान देकर बनाया था और बनने के बाद 15 साल तक मुफ्त राशन खिलाया.
लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने दी चेतावनी
राज्य सभा सांसद डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा, “वहां (बांग्लादेश) के बाशिंदे हिंदुओं पर अत्याचार करें ये बर्दाश्त नहीं है. इसलिए हिंदुओं ने सड़क पर उतरकर आक्रोश दिखाया है.” उन्होंने आगे कहा, “जब बांग्लादेश बना था तब पुरी के शंकराचार्य ने मेरठ के संतान धर्म मंदिर पर कहा था कि हिंदुओं खुश मत हो, बांग्लादेश बनने के बाद यही एक दिन बड़ा दुश्मन बनेगा.” लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा, “अमेरिकी संगठनों ने बांग्लादेश में क्रांति कराई है और परसों पार्लियामेंट में उस संगठन के खिलाफ तथ्य रखे गए.” उन्होंने संसद शीतकालीन सत्र का जिक्र करते हुए कहा, “हमारा सदन शुरू होते ही ऐसी बात करते हैं कि सदन बाधित हो.” बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने आरोप लगाया कि विपक्ष मुस्लिम तुष्टिकरण के प्रति है समर्पित. उसे हिंदू समाज का नहीं मुसलमान का वोट चाहिए, वो वोटों के सौदागर हैं. दरअसल, डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी मेरठ में बांग्लादेश के खिलाफ हिंदू संगठनों के आंदोलन में पहुंचे थे.
‘मेरठ में बांग्लादेशी कर चुके प्रवेश’
मेरठ में बांग्लादेश के खिलाफ हुए प्रदर्शन में मेयर हरिकांत अहलूवालिया का भी बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने चेतावनी दी है कि मेरठ से बांग्लादेशियों को चुन-चुन कर बाहर भगाएंगे. उन्होंने दावा किया कि मेरठ में बांग्लादेशियों का प्रवेश हो चुका है. इस मौके पर मेरठ मेयर हरिकांत अहलूवालिया ने दावा किया कि बांग्लादेश में हिंदुओं को खदेड़ा और मारा जा रहा है, इसलिए अब वे खामोश नहीं बैठेंगे. उन्होंने कहा, “घर-घर से आज मातृशक्ति भी सड़कों पर उतरी है, अब हिंदू बंटने वाला नहीं है. जब तक बांग्लादेश में अत्याचार नहीं बंद होगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.” बता दें, सोमवार (7 दिसंबर) को मेरठ में कमिश्नरी पार्क में इकट्ठा होकर बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों प्रदर्शन किया है. इस मौके पर बीच सड़क प्रदर्शनकारियों बांग्लादेश का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी कर अपना विरोध जताया.
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