Friday, 20 September

सहरसा.

सहरसा जिले का सबसे पुराना थाना बनगांव थाना आजकल काफी सुर्खियों में है। कुछ दिन पहले पैक्स अध्यक्ष और थानाध्यक्ष पिंकी कुमारी का विवाद थमा नहीं था कि थाने में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर रौशन कुमार- 2 का एक ऑडियो शुक्रवार की शाम वायरल होने लगा। वायरल ऑडियो में दरोगा एक व्यक्ति से बात कर रहा है। बातचीत से लगता है कि किसी जमीन विवाद का मामला में दोनो के बीच बातचीत हो रही है।

आरोपी दरोगा की बातों से लगता है कि जमीन विवाद में जो उसने पीड़ित से रिश्वत लिया था कि जानकारी बनगांव थानाध्यक्ष को हो गई। इसकी जानकारी जैसे ही गालीबाज दरोगा को मिली वह पीड़ित को फोन कर गाली गलौज और जातिसूचक शब्द से अपमानित करने लगा। पीड़ित को वह थानाध्यक्ष से पैसे लौटा देने की बात कहने अन्यथा थाना से काम रोकने किसी के नहीं जाने की बात कह रहे हैं। इतना ही नहीं गालीबाज दरोगा ने एक जाति विशेष को भी जमकर गालियां दी। मामला सामने आने के बाद एसपी हिमांशु ने सदर एसडीपीओ आलोक कुमार के प्रतिवेदन पर गालीबाज दारोगा को सस्पेंड कर दिया है। इधर सोशल मीडिया पर लोग जमकर सहरसा पुलिस के इस करतूत का विरोध जता रहे हैं। जानिए, वायरल हो रहे ऑडियो में क्या-क्या बातें हुई…

दरोगा …क्या बोला मैडम से? कैसे तुमने शिकायत की? भूल गए मैं तुम्हारे लिए ही गया था। अब मारकर मूंह फूला दूंगा (गाली-गलौज)। मुझे पता है न इस जाति के लोग कैसे हैं?पीड़ित … सर, मैंने आपकी आपकी शिकायत नहीं की।दरोगा… क्या बोला जो पैसा दिए हैं? (गाली-गलौज)पीड़ित... नहीं, मैंने ऐसा नहीं बोला। मैडम बोलीं कि तुमने मेरी बात क्यों नहीं मानी और काम क्यों नहीं किया। मैंने मैडम को गोपनीय रखने के लिए यह बात कही।दरोगा… गोपनीय क्या होता है (गाली-गलौज), जिस दिन चाह लूंगा, उस दिन बनवा दूंगा (गाली-गलौज) मेरा कुछ नहीं कर पाओगे तुम। मुझे न पता है कि उसकी जमीन है। तुम ही जानते हो क्या? मैं नहीं जानता हूं क्या? यह मुझे दिया है, मेरे हाथ में दिया है?पीड़ित…  सर, मैंने आपका नाम नहीं बोला है।दरोगा… तो, मुझे कैसे फोन आ गया?पीड़ित… मैंने ड्राइवर के बारे में कहा था। पैसे की बात की। मुझे लगा कि सब आपलोग एक ही आदमी हैं।दरोगा…  क्या चीज सब एक ही है। जितना मैंने बोला था क्या उतना दिया तुमने। अगर उतना देते दो मिनट में तैयार कर मैं उसको भेज देता।  पीड़ित… सर, मैंने आपका नाम नहीं बोला है। आपका नाम बोले है थोड़े।दारोगा… तुमने क्यों बोला मेरा नाम? (गाली-गलौज)पीड़ित… मैडम, एक ही बात बोली जो जब तुमको हम बोले जो काम नहीं करने, मेरी बात नहीं मानी।

दारोगा... (गाली-गलौज) जाओ अब बोलो मैडल से कि मेरा पैसा वापस हो गया। अगर नहीं बोले तो यहां से कोई नहीं जायेगा और काम होते रह जाएगा। रोक लेना मुझे अगर रोक पाओगे तो। मैं तुम्हारे खातिर दौड़कर वहां गया। इसीलिए यहां की (गाली-गलौज) एक जाति पर जरा सा विश्वास नहीं है। (गाली-गलौज)। मैं इस जाति से हूं न। मैं वचन से खड़ा रहता हूं। अपनी जाति के समझ लिए हो क्या? यह कहते हुए गाली-गलौज करने लगा।

ऑडियो वायरल होने के बाद एसपी ने किया निलंबित —
ऑडियो वायरल होने के बाद एसपी हिमांशु ने शुक्रवार की देर रात गालीबाज दरोगा रौशन कुमार 2 को निलंबित कर दिया है। एसपी ने जारी पत्र में कहा कि अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर सहरसा के द्वारा प्रतिवेदित किया गया है कि सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा है। जिसमे एक पुलिस पदाधिकारी के द्वारा एक व्यक्ति के साथ गाली-गलौज देते हुए अमर्यादित एवं अशोभनीय भाषा तथा जाति-सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए सुनाई दे रहा है। जांच के दौरान प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि वायरल हुए ऑडियो क्लिप में गाली-गलौज देते हुए अमर्यादित एवं अशोभनीय भाषा तथा जाति-सूचक शब्दों का प्रयोग करने वाले पुलिस पदाधिकारी का नाम पुअनि रौशन कुमार-02 है। जो वर्तमान समय में बनगांव थाना में पदस्थापित है तथा उक्त वायरल ऑडियो क्लिप को सुनने से यह स्पष्ट होता है कि पुअनि रौशन कुमार-02, बनगांव थाना के द्वारा ऑडियो क्लिप में किये जा रहे शब्दों का प्रयोग पुलिस पदाधिकारी के मर्यादा, आचरण एवं अनुशासन की विपरीत है। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के द्वारा उक्त वायरल ऑडियो क्लिप को एक पेन ड्राइव में सुरक्षित करते हुए पुअनि रौशन कुमार-02, बनगांव थाना के विरूद्ध अनुशासनिक दृष्टिकोण से कारवाई करने हेतु अनुशंसा की गई है। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर सहरसा के द्वारा किये गये अनुशंसा के आलोक में अनुशासनिक दृष्टिकोण से पुअनि रौशन कुमार-02, बनगांव थाना, सहरसा को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सिमरी बख्तियारपुर का कार्यालय होगा तथा उपस्थिति के आधार पर इन्हें सामान्य जीवन-यापन भत्ता देय होगा।


Source : Agency

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