सारण.
सारण जिला के जिला परिषद की अध्यक्ष जयमित्रा देवी के विरुद्ध लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 28 अगस्त को विशेष बैठक का आयोजन निर्धारित किया गया था। लेकिन तकनीकी कारणों से समाहरणालय सभागार में पूर्व से निर्धारित समय पर जिला परिषद की विशेष बैठक सारण के जिलाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में सारण समाहरणालय के सभागार में आयोजित की गई।
सारण जिला परिषद अध्यक्ष सहित सभी 47 सदस्य उपस्थित हुए। जिसके बाद सभी उपस्थित जिला परिषद सदस्यों की उपस्थिति पंजी में दर्ज कराई गई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी अमन समीर और जिला परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी सह जिला उप आयुक्त प्रियंका रानी सहित जिले के सभी जिला परिषद के सदस्य उपस्थित थे। बैठक की अध्यक्षता कर रहे जिलाधिकारी अमन समीर द्वारा अविश्वास प्रस्ताव में लगाए गए आरोपों को कंडिका वार पढ़कर सदस्यों को सुनाया गया। इसके उपरांत पक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों द्वारा इन आरोपों को लेकर आपस में गहमा गहमी के बीच विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। हालांकि चर्चा समाप्त होने के बाद मत विभाजन की प्रक्रिया अपनाई गई। इससे पूर्व सभी सदस्यों को मत विभाजन की प्रक्रिया एवं बैलट पेपर के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मत विभाजन किया गया। सभी उपस्थित सदस्यों को एक- एक कर नाम लेकर पुकारा गया तथा उन्हें जिलाधिकारी अमन समीर द्वारा हस्ताक्षरित बैलेट पेपर उपलब्ध कराया गया। मतदान के बाद मतों की गणना की गई। अध्यक्ष के विरुद्ध लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 29 मत पड़े जबकि अविश्वास प्रस्ताव के विपक्ष में 18 मत पड़े। जिसके बाद बहुमत के आधार पर अध्यक्ष के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव पारित करते हुए अध्यक्ष का पद रिक्त घोषित किया गया। इस संबंध में अपदस्थ हुई जिला परिषद की अध्यक्षा जयमित्रा देवी ने बाहर निकलने के बाद मीडिया से कही की हमारे साथ धोखा हुआ है। क्योंकि हमारे साथ 30 जिला परिषद के सदस्य थे लेकिन साथ होने के बावजूद विपक्षियों के साथ हाथ मिलाकर उनके पक्ष में मतदान किया है। जो सरासर धोखाबाजी है।
हालांकि अभी भी समय है हमलोग फिर से अध्यक्ष पद पर काबिज होने के लिए सभी अपने पक्ष के सदस्यों के साथ बैठक कर जल्द ही मजबूती के साथ अपनी दावेदारी पेश करेंगे। हालांकि इस संबंध में जिलाधिकारी अमन समीर ने बताया कि जल्द ही नई तिथि की घोषणा की जाएगी। वही इस संबंध में दरियापुर की जिला परिषद सदस्या स्नेहा सिंह ने कहा कि तत्कालीन अध्यक्ष ने कभी भी सदस्यों के साथ तालमेल नही बैठाई है। जिस कारण उनसे सभी सदस्य नाराज थे। जो जैसा करता है ठीक वैसा ही करता है। उनके कर्मों का फल मिला है।
Source : Agency