Wednesday, 15 January

भोपाल।भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा तीसरे मिशन चंद्रायन-3 का सफल परीक्षण करते हुए सफलतापूर्वक लैंडिंग करा दिया गया है। इस सफलता के बाद अब भारत पूरे विश्व में चांद के दक्षिण ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला एक मात्र देश बन गया है। इसरो की इस अपार सफलता पर राजधानी भोपाल के एक लाल सचिन कुमार मालवीय ने भी इसरो के वैज्ञानिक के रूप में कमाल का योगदान दिया है। दरअसल इसरो के मिशन चंद्रयान-3 के क्रियान्वयन में भोपाल शहर के अयोध्या बायपास रोड़ स्थिति शंकर गार्डन निवासी जानीमानी वरिष्ठ समाजसेविका श्रीमती सविता मालवीय एवं भेल के रिकार्ड सेक्सन से सेवानिवृत्त हुए के.सी. मालवीय के सुपुत्र सचिन कुमार मालवीय की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

 गौरतलब है कि इसरो द्वारा 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से भेजें गये चन्द्रयान-3 में इसरो के वैज्ञानिक सचिन मालवीय और उनकी पूरी टीम ने  दिन-रात एक करते हुए मिशन की सफलता के लिए बहुत ही कठिन परिश्रम किया है। इसरो की इस पूरी टीम ने देश को गर्व महसूस कराने का एक मौका हर भारतीय को दिया है। आज हर भारतीय ने इसरो की इस कामयाबी को बहुत सराहा है और इसरो की पूरी टीम को बधाईयां और शुभकामनाएं दी है। मिशन चंद्रयान-3 की इस अपार सफलता पर सचिन की मां श्रीमती सविता मालवीय कहती हैं कि आज सचिन के योगदान से सिर्फ मेरा ही नहीं भारत की हर मां का सीना गर्व से ऊपर उठ गया है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि  सचिन और इसरो की पूरी टीम भविष्य में भी इसी तरह से सफलता की ऊंचाइयों को छूती रहे। सचिन मालवीय के इस योगदान पर राजधानीवासियों में अपार खुशी छाई हुई है। लोग मिठाई बांट कर एक दूसरे का मुंह मीठा करवा रहे।

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