अजमेर.
अजमेर के बजरंगगढ़ चौराहे स्थित अंबे माता मंदिर में पहले नवरात्र और 40वें स्थापना दिवस पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा। पुष्कर से आए पंडितों ने माता की विशेष शृंगार के साथ भव्य महाआरती की, जिसमें 1100 दीपक जलाए गए। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भी महाआरती में भाग लिया। मंदिर ट्रस्ट ने उनका स्वागत किया।
देवनानी ने माता का आशीर्वाद लेकर सनातन धर्म और अजमेर की सेवा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। अजमेर के बजरंगगढ़ चौराहे पर स्थित अंबे माता मंदिर में आज पहले नवरात्र पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। नवरात्रि के प्रथम दिन और अंबे माता मंदिर का स्थापना दिवस होने के चलते माता काविशेष शृंगार किया जाए और 1100 दीपकों से की भव्य महाआरती भी की गई। गुरुवार को अंबे माता मंदिर का 40वाँ स्थापना था। इस मौके पर पुष्कर से आए पंडितों ने अंबे माता की भव्य आरती की। उसके बाद आतिशबाजी भी की गई। महाआरती में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इस मौके पर राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी भी पहुंचे, जो उन्होंने अंबे माता मंदिर में महाआरती में भाग लिया। इस मौके पर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेश टंडन सहित अन्य पदाधिकारियों ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को माला, चुनरी और साफा पहनाकर उनका स्वागत किया और उनको अंबे माता की तस्वीर भेंट कीं।
अजमेर के बजरंगगढ़ चौराहा स्थित अंबे माता मंदिर
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बातचीत में कहा कि यह अंबे माता के मंदिर में अजमेर ही नहीं आसपास के क्षेत्र से भी लोग आते हैं। इस प्राचीन मंदिर में जब से मैंने आना शुरू किया है माता जी का आशीर्वाद मुझे मिला है। आज मैं जो कुछ भी हूं माता जी के आशीर्वाद से हूं। देवनानी ने कहा कि माता रानी मुझे इतना आशीर्वाद दे कि मैं अंतिम सांस तक अजमेर को सेवा करता रहूं। सनातन धर्म में माता की पूजा सर्वश्रेष्ठ है और हम सब सनातनी हैं। सनातन संस्कृति और सनातन धर्म के लिए हम सब कटिबद्ध हैं।
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