चीन
चीन में एचएमपीवी वायरस से पहले ही अफरा-तफरी फैली हुई है, अब एक नए वायरस के नए स्ट्रेन ने देश में खलबली मचा दी है. चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने नए एमपॉक्स स्ट्रेन क्लेड आईबी का पता लगाया है. पिछले साल विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किए जाने के बाद ये वायरल संक्रमण कई देशों में फैल रहा है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केन्द्र ने कहा कि मंकीपॉक्स का क्लेड 1बी कांगो सहित कुछ अफ्रीकी देशों में पहले से मौजूद है और यहीं से एक विदेशी शख्स से संक्रमित होकर शुरू हुआ था. विदेशी नागरिक के संपर्क में आने के बाद चार और नए मामले पाए गए हैं. मरीजों के लक्षण हल्के हैं. उनकी स्किन पर दाने और छाले हैं.
एमपॉक्स की रोकथाम के लिए किए जा रहे उपाय
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि एमपॉक्स को कैटगरी बी संक्रामक रोग के रूप में मैनेज किया जाएगा. अधिकारी आपातकालीन उपाय कर सकेंगे. जैसे कि भीड़-भाड़ को रोकना, काम और स्कूल को निलंबित करना और बीमारी के फैलने पर क्षेत्रों को सील करना. चीन ने पिछले साल अगस्त में कहा था कि वह देश में एंट्री करने वाले लोगों और सामानों पर एमपॉक्स की निगरानी रखेगा.
कैसे फैलता है एमपॉक्स?
एमपॉक्स क्लोज कॉन्टेक्ट में आने से फैलता है. ये फ्लू जैसे लक्षण और शरीर पर मवाद भरे घाव कर देता है. हालांकि आमतौर पर ये उतना घातक नही होता है, लेकिन दुर्लभ मामलों में यह घातक भी हो सकता है. पिछले दो सालों में दूसरी बार डब्ल्यूएचओ ने पिछले अगस्त में एमपॉक्स को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था. ये कदम डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (डीआरसी) में मंकीपॉक्स का प्रकोप फैलने के बाद उठाया गया था. यह वैरिएंट डीआरसी से पड़ोसी देशों बुरुंडी, केन्या, रवांडा और युगांडा में फैल गया है, जिसकी वजह से विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आपातकाल की घोषणा की है.
Source : Agency