Wednesday, 15 January

भोपाल। मध्य प्रदेश की इस समय बड़ी राजनीतिक खबर विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की सूची है. चुनाव से काफी पहले ही बीजेपी ने अपने 39 उम्मीदवारों की सूची गुरुवार को जारी कर दी. उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद इससे जुड़े कई रोचक किस्से और कहानियां भी सामने आ रही हैं. इसमें एक नाम तो ऐसा है,जो टिकिट मिलने के बाद बीजेपी दफ्तर में सदस्यता लेने पहुंचा. इसी तरह एक उम्मीदवार ने अपनी सीट को लेकर संतुष्ट नही हैं। 

बीजेपी ने मंडला की बिछिया विधानसभा सीट से डॉ. विजय आनंद मरावी को अपना उम्मीदवार बनाया है.वे जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज सह अधीक्षक के पद पर पदस्थ हैं. इससे भी ज्यादा रोचक बात यह है कि डॉ. विजय आनंद मरावी टिकिट मिलने के बाद पार्टी की सदस्यता लेने मंडला में बीजेपी दफ्तर पहुंचे.मण्डला के बीजेपी अध्यक्ष भीष्म द्विवेदी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई.खबर है कि डॉ विजय आनंद मरावी ने गुरुवार की सुबह ही शासकीय नौकरी से इस्तीफा दिया है.यहां बता दें कि आदिवासियों के लिए रिजर्व बिछिया सीट पर 2018 के चुनाव में कांग्रेस के नारायण सिंह पट्टा (कुल प्राप्त वोट 76544) ने जीत हासिल की थी.उन्होंने बीजेपी के डॉ शिवराज शाह (कुल प्राप्त वोट 55156) को पराजित किया था।

ओमप्रकाश धुर्वे बदलना चाहते हैं सीट

वहीं,डिंडोरी जिले की शहपुरा सीट (अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित) से बीजेपी के प्रत्याशी बनाए गए पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे ने पार्टी की टेंशन बढा दी है. उन्होंने कहा कि वे डिंडोरी विधानसभा सीट(अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित) से चुनाव लड़ना चाहते थे.धुर्वे ने कहा कि एक बार पार्टी हाईकमान के सामने अपनी बात रखूंगा. लंबे समय से डिंडोरी विधानसभा सीट से चुनाव की तैयारियों में जुटे धुर्वे ने कहा कि उनकी इच्छा यहां के कांग्रेस विधायक ओमकार मरकाम से दो-दो हाथ करने की है।दरअसल,2018 के विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश धुर्वे कैबिनेट मंत्री रहते कांग्रेस के ओमकार मरकाम से 30 हजार से अधिक वोटों से चुनाव हार गए थे.इसकी टीस उन्हें अभी भी है।

गोटेगांव में प्रहलाद की पसंद ?

भारतीय जनता पार्टी ने 2023 के विधानसभा चुनाव के अपनी पहली लिस्ट में नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव से महेंद्र नागेश को टिकट दिया है.ऐसा माना जा रहा है कि महेंद्र नागेश कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल के चहेते हैं. वैसे उनकी पहली पसंद हाकम सिंह चढ़ार थे। यहां से मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश जाटव का पत्ता कट गया है.कैलाश जाटव को जबलपुर पूर्व विधानसभा सीट से भी टिकिट का दावेदार माना जा रहा था, लेकिन बाजी पूर्व विधायक अंचल सोनकर के हाथ लगी.

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