भोपाल
चूना भट्टी थाना इलाके में रहने वाले बिल्डर ने छानबीन के लिए पहुंची आयकर विभाग की टीम के साथ सहयोग नहीं किया। काफी देर के बाद दरवाजा खोला तो आईटी के अधिकारियों के सामने अपना आईफोन तोड़ दिया। आयकर के निरीक्षक की शिकायत पर पुलिस ने जांच में सहयोग नहीं करने और साक्ष्य नष्ट करने की शिकायत दर्ज कर ली है। एसआई उदयसिंह सिसोदिया ने बताया कि शुक्रवार दोपहर आयकर निरीक्षक गौरीशंकर ने शिकायत दर्ज कराई है।
बिल्डर रूपम सेवानी के घर पहुंची थी टीम
इसमें उन्होंने बताया कि आयकर विभाग द्वारा शहर में अलग-अलग स्थानों पर कई भवन निर्माताओं पर कार्रवाई की गई है। इसी क्रम में आईटी की टीम गुरुवार सुबह पारिका सोसायटी में रहने वाले बिल्डर रूपम सेवानी के घर पहुंची थी।
दरवाजा खोलने के बजाए अंदर ताला लगा लिया
काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। कुछ देर बाद आवाज लगाने पर अंदर से परिचय पूछा गया। जैसे ही आयकर विभाग का नाम सुना तो उन्होंने दरवाजा खोलने के बजाए अंदर से भी ताला लगा लिया।
सबूत को नष्ट करने की कोशिश की
जांच के लिए पुलिस बल बुलाने की बात कहने पर रूपानी ने दरवाजा तो खोला, लेकिन टीम के सामने ही अपने आईफोन में तोड़फोड़ कर उसे बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। इस तरह जांच में सहयोग नहीं करते हुए साक्ष्य को नष्ट करने की कोशिश की।
मध्य प्रदेश में अब तक के बड़े आयकर छापे
2007 में तत्कालीन स्वास्थ्य संचालक डॉ. योगीराज शर्मा के आवास पर आयकर विभाग ने छापा मारा था। विदेशी मुद्रा भी मिली थी। छापे में बिस्तर के नीचे सवा करोड़ रुपये मिले थे। इसके बाद सरकार ने उनकी पेंशन रोक दी थी।
वर्ष 2010 में आइएएस दंपती अरविंद-टीनू जोशी के यहां आयकर का छापा पड़ा था, जिसमें उनके घर से तीन करोड़ रुपये नकद मिले थे। बाद में ईडी ने भी उनकी 15 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर ली थी। जमीन और बीमा में निवेश की जानकारी मिली थी।
वर्ष 2019 में कमल नाथ के करीबियों के यहां आयकर का छापा पड़ा था। अलग-अलग जगहों से नौ करोड़ रुपये नकद मिले थे। इसके बाद कालेधन के मामले तीन आईपीएस अधिकारियों पर भी आरोप लगे थे।
वर्ष 2020 में फेथ क्रिकेट अकादमी के संचालक राघवेन्द्र तोमर के यहां आयकर छापा पड़ा था। इसमें एक करोड़ रुपये नकद मिले थे। कई पूर्व अधिकारियों और नेताओं से भी तोमर के तार जुड़े थे।
Source : Agency