Thursday, 19 September

किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (लखनऊ) की नेफ्रोलॉजिस्ट, डॉक्टर मेधावी गौतम के अनुसार, पेशाब को लंबे समय तक रोकने से स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है, जिसमें किडनी और शरीर में संक्रमण प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि पेशाब रोकने से ब्लैडर को भी नुकसान हो सकता है और यह यूटीआई (मूत्र मार्ग संक्रमण) का प्रमुख कारण बन सकता है।

किडनी और शरीर में संक्रमण

पेशाब को लंबे समय तक रोकने से सबसे पहले किडनी और शरीर में संक्रमण का खतरा बढ़ता है। बार-बार यूटीआई होने से किडनी पर बुरा प्रभाव पड़ता है और संक्रमण का खतरा अधिक हो जाता है।

ब्लैडर और पेट की समस्याएं

पेशाब को रोककर रखने से ब्लैडर की मसल्स पर दबाव बढ़ता है, जिससे पेट के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है। इसके अलावा, गॉल ब्लैडर की मसल्स खींचने लगती हैं, जिससे लिकिंग की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।

गंभीर बीमारियों का जोखिम

पेशाब को लंबे समय तक रोकने से शरीर के कई हिस्सों पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है, जिससे आप गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। डॉक्टर गौतम ने बताया कि यूरिन सही समय पर करने से इसकी प्रक्रिया स्वाभाविक रूप से चलती है, लेकिन इसे रोकने से प्रक्रिया उल्टी चलने लगती है, जो सीधा किडनी पर दबाव डालती है।

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