Tuesday, 17 September

हम में से अधिकतर लोगों ने अजंता (Ajanta Caves) और एलोरा (Ellora Caves) की गुफाओं के बारे में सुना ही होगा. ये गुफाएं चट्टानों में से काटे गए अपने मंदिरों के लिए प्रसिद्ध हैं. अजंता की गुफाएं अजंता गांव के पास हैं, जो महाराष्ट्र राज्य में औरंगाबाद नामक स्थान के उत्तर में लगभग 102 किमी. की दूरी पर हैं. इसी प्रकार एलोरा को गुफाएं एलोरा गांव के पास हैं, जो औरंगाबाद के उत्तर-पूर्व में लगभग 29 किमी. की दूरी पर स्थित हैं.

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एलोरा की गुफांए (Ellora Caves)

अजंता के पास का रेलवे स्टेशन जलगांव है. औरंगाबाद का स्टेशन भी बहुत अधिक दूर नहीं है. दर्शकों को इन गुफाओं के पास ठहरने की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं. अर्जता में लगभग 30 गुफाएं हैं. इन सभी में चट्टानों को काटकर बुद्धकालीन मंदिर बने हुए हैं. ये मंदिर ग्रेनाइट च‌ट्टानों को खोखला करके बनाए गए हैं. ये वागुर्ना नदी की घाटी की 22 मीटर (70 फुट) ऊंची पहाड़ी में से काटे गए हैं. इन सभी मंदिरों का निर्माण ई.पू. पहली शताब्दी से ईसा के बाद की 7वीं शताब्दी के बीच किया गया था.

अजंता की गुफा (Ajanta Caves) का भगवान गौतम बुद्ध का मंदिर

ये मंदिर दो प्रकार के हैं: चैत्य और विहार बड़ी गुफाओं में स्तंभ छत तक जाते हैं. अंदर की अधिकतर दीवारों पर गौतम बुद्ध के जीवन पर आधारित चित्र बने हुए हैं. गुफा नंबर 1,2,16, 17 और 19 में चित्रकारी के बहुत ही सुंदर नमूने हैं, जबकि गुफा न. 1,4,17,19,24 और 26 में पत्थरों से तराशी हुई बहुत ही सुंदर मूर्तियाँ हैं.

एलोरा में पहाड़ी के साथ-साथ लगभग 2 किमी. की दूरी तक गुफाएं ही गुफाएं हैं. ये गुफाएं तीन हिस्सों में बंटी हुई हैं. ये तीन हिस्से, बुद्ध, हिंदू तथा जैन धर्म से संबंधित हैं, ये सभी ऐतिहासिक क्रम में बनी हैं. कुल मिलाकर 34 मंदिर और विहार हैं. इनका निर्माण चौथी और नवीं शताब्दियों के बीच हुआ था. इन सबमें कैलाश नाथ का मंदिर बहुत ही सुंदर और वैभवपूर्ण है. यह 50 मीटर लंबा तथा 29 मीटर ऊंचा है. यह एक ही चट्टान को काटकर बनाया गया है. इसमें बहुत ही सुंदर मूर्तियां पत्थरों को तराश कर बनाई गई हैं. ये मूर्तियां देवी देवताओं की हैं. यहां का शिव मंदिर राष्ट्रकूटों के काल में 8वीं शताब्दी में बनाया गया था. इसमें एक खुला हुआ मंडप भी है, जिसमें हाथियों की विशाल मूर्तियां बनी हुई हैं. यहां एक पवित्र बैल भी है, जो शिवजी की सवारी के रूप में प्रस्तुत किया गया है. अजंता और एलोरा की गुफाओं को देखने वाले हजारों दर्शक वर्ष वहां जाते हैं.

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