सहारा संसार का सबसे विशाल रेगिस्तान है. यह लगभग 90 लाख वर्ग कि.मी. में फैला हुआ है. यह अफ्रीका के उत्तर में स्थित है. यह पश्चिम में अटलांटिक महासागर के किनारे से लेकर लाल सागर और ईराक तक फैला इसमें अल्जीरिया, चाड, मिस्र, लीबिया, माली, माउरिटानिया, मोरक्को, सूडान और ट्यूनीसिया देशों के भाग शामिल हैं. रेगिस्तान का एक तिहाई भाग रेत के टीलों से भरा है और बाकी में पथरौली चट्टानें और मैदान हैं. सहारा रेगिस्तान में कुछ स्थानों पर प्राकृतिक गैस और कच्चा तेल (Crude Oil) मिला है. अब इसे वहां से निकाल कर दूसरे देशों को भेजा जाने लगा है. लेकिन एक समय ऐसा था जब यह विशाल रेगिस्तान बर्फ से ढका हुआ था.
यहां पर बर्फ होने का पहला प्रमाण उस समय प्राप्त हुआ जब भूगर्भशास्त्रियों को अलजीरिया को रेगिस्तान की चट्टानों पर कभी ग्लेशियर (बर्फ की ऊंची चट्टानें) होते के चिन्ह मिले, वैज्ञानिकों द्वारा लगाई गई गणना के अनुसार यहां पर लगभग 45 करोड़ वर्ष पहले बर्फ जमी हुई थी और उस समय रेगिस्तान का यह भूभाग दक्षिणी ध्रुव के निकट स्थित था. पृथ्वी के बड़े-बड़े भूभागों या महाद्वीपों का आकार, नाप और स्थिति बराबर बदलती चली आ रही है.
पृथ्वी की अंदरूनी कठोर परत की गतिशीलता के कारण ऐसा होता है. जब ये विशालकाय परतें गति करती हैं तो उनके साथ बड़े-बड़े महाद्वीप भी गति करते हैं. प्राप्त प्रमाणों के अनुसार करीब दो करोड़ वर्ष पहले एक अति विशाल महाद्वीप था जिसे पंगाएआ कहते हैं. इसमें आज के सभी महाद्वीप आपस में मिले हुए थे, जो बाद में एक दूसरे से अलग हो गए, लेकिन भूगर्भशास्त्री अति विशाल महाद्वीप में जुड़े हुए भिन्न- भिन्न महाद्वीपों की सही स्थिति के बारे में निश्चित नहीं हैं. परंतु सहारा में मिली हुई चट्टानों का अध्ययन करने से उसकी स्थिति का पता लग जाता है.
भूगर्भशास्त्रियों के मतानुसार सहारा रेगिस्तान वाला भूभाग उस समय दक्षिणी ध्रुव के निकट स्थित था. इससे यह विश्वास किया जा सकता है कि उस काल में सहारा पर बर्फ जमी रहती होगी. भूगर्भीय वर्गीकरण के अनुसार इतिहास के उस काल में उत्तरी अफ्रीका दक्षिणी ध्रुव के बर्फ से ढके स्थान पर था और विषुवत रेखा आधुनिक उत्तरी अमेरिका के एक कोने से दूसरे कोने तक जाती हुई गुजरती थी. भूगर्भशास्त्र के अनुसार पृथ्वी के उस काल को ओडोंविसियन काल कहते हैं.
चट्टानों का वैज्ञानिक अध्ययन करने से पता चलता है कि सहारा रेगिस्तान वाला भूभाग करोड़ों वर्ष पहले दक्षिणी ध्रुव पर स्थित था, इससे यह विश्वास किया जाता है कि उस समय सहारा बर्फ से ढका हुआ था.