दुनिया का सबसे खतरनाक जानवर जैलीफिश (Jellyfish) है. इसे समुद्री वास्प (Sea Wasp) और चिरोनेक्स फ्लेकरी (Chironex Fleckeri) भी कहते हैं. इसके शरीर से अनेक मोटे धागे जैसे अंग निकले होते हैं. इनके द्वारा ही वह दूसरी वस्तुओं या जीवों को छूता, पकड़ता और खाता है. इन्हें स्पर्श अंग या टेंटेकल्स (Tentacles) कहते हैं. कोई भी व्यक्ति यदि इसके शरीर से निकले टेंटेकल (Tentacles) से रगड़ खा जाए तो पांच मिनट के अंदर-अंदर मर जाता है. इसके टेंटाकलों में हजारों बहुत महीन रोएं होते हैं, जो व्यक्ति के शरीर में चुभकर कोबरा सांप के जहर से भी तेज जहर पहुंचा देते हैं और वह व्यक्ति क्षणभर में मौत के घाट उतर जाता है.
चिरोनेक्स फ्लेकरी उत्तरी आस्ट्रेलिया के समुद्री किनारों पर बड़ी संख्या में पायी जाती हैं. ये संयुक्त राज्य अमेरिका में अटलांटिक महासागर के समुद्री किनारों पर उत्तरी कैरोलिना से फ्लोरिडा कीज के दक्षिण तक भी पायी जाती हैं. ये पश्चिमी अफ्रीका और हिन्द महासागर में भी देखी गई हैं.
समुद्री वास्प एक रंगहीन जीव है. इसका आकार घंटी जैसा होता है. इसके शरीर में 95 प्रतिशत पानी है. इसे बहुत ही सतर्क दृष्टि से देखा जा सकता है. यह समुद्री किनारों और संकरी खाड़ियों में घूमती रहती है.
समुद्री वास्प 4 सेमी. से 20 सेमी. तक लंबी और 10 सेमी. ऊंची होती है. इसके बैंगनी या नीले रंग के डंक होते हैं, जो पेट से निकलते हैं. इसकी लंबाई 120 सेमी. तक पहुंचती है. एक वास्प के पास लगभग 50 डंक होते हैं और एक डंक में लगभग 7,50,000 अलग-अलग चुभने वाले रोएं होते हैं, जो अपने शिकार के शरीर में जहर पहुंचाते हैं. ये मुख्यतः भोजन प्राप्त करने के काम आते हैं, लेकिन साथ ही सुरक्षा- तंत्र के रूप में भी इनका उपयोग होता है.
जो भी जीव इस डंक से रगड़ खा बैठता है, मिनटों में मर जाता है. समुद्री वास्प के काटने पर असह्य दर्द और बेचैनी होती है, दुर्भाग्य से वैज्ञानिक अब तक इसके जहर का इलाज खोजने में असफल रहे हैं. इसलिए उष्णकटिबंधीय समुद्र में तैरते हुए व्यक्तियों को बहुत सावधानी बरतनी पड़ती है.
समुद्र में अनेक बहुत जहरीले सांप भी स्थाई रूप से रहते हैं. वे अपनी पतवार जैसी पूंछ के सहारे तैरते हैं. वे पहले अपने शिकार को (जो प्रायः समुद्री मछलियां होती हैं) अपने जहर से बेहोश कर देते हैं और फिर खा जाते हैं.