बैडमिंटन (Badminton) खेल की शुरुआत के विषय में अनेक मत हैं. इंग्लैंड के रॉयल कोर्ट रिकाडों के अनुसार बैडमिंटन का खेल 12वीं सदी में आरम्भ हुआ. कुछ लोगों का मत है कि यह खेल इंग्लैंड में 17वीं सदी में शुरू हुआ. पर अधिकांश इतिहासकार इस विषय में एकमत हैं कि बैडमिंटन की शुरुआत सदियों पहले भारत में हुई थी. यहां से यह खेल इंग्लैंड गया और बाद में पूरे विश्व में फैल गया.
भारत में बैडमिंटन सबसे पहले पूना में खेला जाता था और इसे पोन्ने कहते थे. 1870 ई. के आसपास कुछ अंग्रेज सैनिक अधिकारियों ने जो भारत में पोस्टेड थे, इसे इंग्लैंड जाकर अपने कुछ दोस्तों को सिखाया.
इसको बैडमिंटन नाम ड्यूक आफ न्यूफोर्ट ने दिया, जो इसे अपनी जमींदारी में खेला करता था. ग्लाउसेस्टरशायर में इसकी जमींदारी का नाम वैडमिंटन के एक दिन जब वह अपने अतिथियों का मनोरंजन करना चाहता था, तो अचानक उसे यह खेल आरंभ करने की सूझी. उसने दो सिरों पर एक रस्सी बांध ली, जिसके ऊपर से शटल कॉक को उधर और उधर से इधर फेंका जा सके, अतिथि
इस नये प्रकार के मनोरंजन से बहुत प्रसन्न हुए और उन्होंने इसका खूब प्रचार किया. शुरू-शुरू में लोग इसे ‘बैडमिंटन से आया खेल’ कहते थे. पर बाद में इसका नाम ही बैडमिंटन (Badminton) पड़ गया.
1893 में इंग्लैंड में पहले बैडमिंटन संघ की स्थापना हुई. इसने 1876 के पूना के नियमों के आधार पर इसके नियम बनाए, 1899 में इंग्लैंड में पहली राष्ट्रीय प्रतियोगिता स्थापित की गई. इस प्रतियोगिता में पुरुषों के डबल, महिलाओं के डबल और मिश्रित डबल शामिल थे. पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता 1902 में इंग्लैंड और आयरलैंड में हुई.
1934 में इस खेल की अंतरराष्ट्रीय संस्था’ अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन संघ’ की स्थापना हुई. सर चार्ज टामस इसके अध्यक्ष चुने गए. वे 21 वर्ष तक इसके अध्यक्ष रहे.
बैडमिंटन का खेल एक मैदान में कमवजनी रैकेट और शटल कॉक से खेला जाता है. शटल कॉक 5 ग्राम की कॉर्क का बना होता है, जिसमें 14 या 16 पर लगे होते हैं. बैडमिटन ज्यादातर घरों में ही खेली जाती है, क्योंकि हल्की से हल्की हवा भी शटल कॉक की दिशा को प्रभावित कर सकती है. इसका मैदान सिंगल्स के लिए 13.4 मीटर (44 फुट) लंबा और 5.2 मीटर (17 फुट) चौड़ा होता है. और डबल्स के लिए चौड़ाई 6.1 मीटर (20 फुट) होती है. मैदान के बीचोबीच एक 1.5 मीटर (5 फुट) ऊंचा जाल चौड़ाई की तरफ तना होता है. पूरा खेल-शटल कॉक को इधर से उधर हिट करने का खेल है. शटल मैदान से बाहर नहीं जानी चाहिए और जमीन पर नहीं लगनी चाहिए, डबल्स और पुरुषों के सिंगल्स खेल में जीत के लिए 21 या 15 अंकों की आवश्यकता होती है, महिलाओं के सिंगल्स में जीत के
लिए 11 अंक निर्धारित होते हैं. 1948 में स्थापित टामस कप अंतरराष्ट्रीय महत्ता को निर्धारित है. उबेर कप प्रतियोगिता केवल महिलाओं के लिए होती है और महिलाओं की अंतरराष्ट्रीय चैम्पियनशिप है. भारत के प्रकाश पादुकेन की गिनती विश्व के सर्वश्रेष्ठ बैडमिटन खिलाड़ियों में की जाती है.