सर्किंग (Surfing) एक ऐसा खेल है, जिसमें खिलाड़ी एक पतले से सर्फबोर्ड पर खड़े होकर समुद्री लहरों पर तैरता है. जब 1788 में जेम्स कुक ने हवाई की खोज की, तो उसने पाया, कि वहां यह खेल उस जमाने में भी बहुत लोकप्रिय था. आज यह विश्वभर में प्रचलित हो गया है.
हवाई में सर्फिग खेल की प्रतियोगिताएं होती थीं और जीतने वालों को पुरस्कार दिए जाते थे. इस द्वीप के लोग 4.5 मी. लंबा और 67.5 किलोग्राम वजन का तख्ता प्रयोग करते थे.
1957 में हल्के तख्तों पर तैरने की शुरुआत हुई. इस आरंभ ने खेल में क्रांतिकारी परिवर्तन कर दिया. 3 मी. 30 सेमी. चौड़े और 10 किग्रा. वजन के इस तख्ते पर औरतों और बच्चों ने भी इस खेल में हिस्सा लेना शुरू कर दिया. ये नये तख्ते सामान्यतौर पर फोम प्लास्टिक के बने होते हैं और इन पर फाइबर ग्लास और रेसिन की पर्त चढ़ी होती है. इस खेल के लिए केवल इस तख्ते की ही जरूरत पड़ती है.
लहर पर चढ़ने से पहले खिलाड़ी पहले लहरों के तीव्र प्रवाह से बाहर आता है और उस जगह पहुंचता है, जहां से लहरें रोलरों की तरह लुढ़कने के लिए इकट्ठी होती हैं. जैसे ही लहर उसकी तरफ बढ़ती है, वह अपना तख्ता किनारे की तरफ बढ़ाता है, कम से कम इतनी गति से जिससे कि लहर से पहले किनारे तक पहुंच जाए, जब खिलाड़ी लहर की गति प्राप्त कर लेता है, तो वह खड़ा हो जाता है और तब तक खड़ा रहता है, जब तक कि लहर किनारे पर पहुंच कर समाप्त नहीं हो जाती. गति और दूरी बढ़ाने के लिए किनारे की तरफ खिलाड़ी ज्यादातर कटुआ तैरते हैं. सामान्यतौर पर ये 500 मी. या इससे कुछ अधिक दूर तक तैर लेते हैं. ये पानी पर तख्ते (Surf board) की सहायता से उसकी गति से भी अधिक तेजी से तैर लेते हैं.
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के मुकाबले उत्तरी अमेरिका, पेरू, हवाई, दक्षिणी अफ्रीका और पूर्वी आस्ट्रेलिया के समुद्री किनारों पर होते हैं. 5 से 12 खिलाड़ी तक इसमें हिस्सा लेते हैं. निर्णय अंकों के आधार पर होते हैं, जो आरंभ, मोड़ काटने, तैरने की दूरी, और मुश्किल लहर के चुनाव पर मिलते हैं.
सस्ते फोम प्लास्टिक, फाइबर ग्लास की तह चढ़े तख्तों और संचार-साधनों के विकास ने इस खेल को बीसवीं सदी के मध्य में लोकप्रिय बनाने में बहुत मदद दी है.