Friday, 18 October

आधुनिक पेटाथलोन प्रतियोगिता में तलवारबाजी, रिवाल्वर से निशाना लगाना, तैरना, दौड़ना और घुड़सवारी करने की प्रतियोगिताएं आती है

पेटाथलोन (Pentathlon) प्रतियोगिता के अंतर्गत पांच भिन्न-भिन्न प्रतियोगिताएं आती हैं. पेंटाथलोन ग्रीक भाषा से लिया गया शब्द है, जो दो शब्दों पेंटा (Penta) और एथलोन (Athlon) से मिल कर बना है. पेंटा के अर्थ होते हैं पांच और एथलोन के प्रतियोगिता, अर्थात् पांच प्रतियोगिताएं. पेंटाथलोन में प्रत्येक प्रतियोगी को इन पांचों प्रतियोगिताओं में भाग लेना ही होता है. इन पांचों में मिलने वाले अंकों का जोड़ जिसका सबसे अधिक होता है, वही प्रथम माना जाता है.

पेंटाथलोन प्रतियोगिता की शुरुआत


प्राचीन यूनान और रोम में इस प्रतियोगिता के अंदर चुने गये खेलों के बारे में समझा जाता था कि उनसे एक प्रतियोगी की पूरी कुशलता और शक्ति की परीक्षा हो जाती है. उन दिनों ये प्रतियोगिताएं थीं-कुश्ती, दौड़, कूद, भाला फेंकना (Javelin throw) और तश्तरी (Discus) फेंकना.

सन् 1912 में जब ओलंपिक खेल-कूद प्रतियोगिताओं को आधुनिक आवश्यकताओं के अनुसार सुधारा जाने लगा तो कुश्तियों की जगह 1500 मीटर की दौड़ रख दी गई. इसके साथ ही ओलंपिक में मिलेट्री पेंटाथलोन को शुरू किया गया. मिलेट्री पेंटाथलोन की पांच प्रतियोगिताएं थीं-घुड़सवारी, तलवारबाजी, तैराको, शूटिंग (गोली चलाना) और 4000 मीटर की दौड़. घुड़सवारों के युद्ध के लिए आवश्यक संदेशवाहक को योग्यताओं की परीक्षा इन प्रतियोगिताओं द्वारा ली जाती थी. ऐसा समझा जाता था कि संदेशवाहक में जो शक्ति तथा कुशलता होनी चाहिए उसकी जांच-परख इन प्रतियोगिताओं द्वारा हो जाती है.

ओलंपिक खेलों में से यूनानी शैली की पुरुषों की पेंटाथलोन को सन् 1924 में निकाल दिया गया लेकिन मिलेट्री पेंटाथलोन को बनाये रखा गया. सन् 1964 में महिलाओं के लिए पेंटाथलोन प्रारंभ की गई. इसके अंतर्गत महिलाओं के लिए पांच प्रतियोगिताएं थीं- ऊंची कूद, लंबी कूद, 200 मीटर दौड़, 80 मीटर की बाधा दौड़ और लोहे का गोला फेंकना (Shotput). बाद में महिलाओं के लिए दौड़ की दूरी 200 मीटर से बढ़ाकर 800 मीटर कर दी गई और बाधा दौड़ 100 मीटर की कर दी गई.

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