यह उन अनेक खेलों में से एक है जो एक छोटी सी कठोर गेंद से खेले जाते हैं. इस गेंद को पेलोटा (Pelota) कहते हैं. यह गेंद का सबसे तेज खेल है. स्पेनिश भाषा में गेंद के सबसे अधिक तेज खेल को पेलोटा वास्का (Pelota vasca) कहते हैं जिसका अर्थ होता है, बास्क्यू पेलोटा (Basque pelota) बास्क्यू का नाम जय अलाई (Jai Alai) या खुशियों का त्योहार है. जय अलाई 13वीं शताब्दी में इटली में शुरू हुआ था. लेकिन सच्चाई यह है कि पेलोटा स्पेन देश का खेल है और पेलोटा का अर्थ गेंद होता है.
इस खेल में हिस्सा लेने वाले खिलड़ियों के एक हाथ में लंबी बास्केट जैसा एक सेस्टा (Cesta) बंधा रहता है. वे इस सेस्टा के मुड़े हुए खोखले सिरे से छोटी सी गेंद को पकड़ते, लपकते और फेंकते हैं. यह गेंद कठोर रबर की होती है. इसमें दो टीमें एक दूसरे के विरुद्ध खेल खेलती हैं. प्रत्येक टीम में एक, दो या तीन खिलाड़ी हो सकते हैं.
ये टीमें जिस पाले या कोर्ट में खेलती हैं उसे कंचा (Cancha) कहते हैं, यह तीन ओर से ऊंची-ऊंची दीवारों से घिरा होता है, गेंद को सर्व (Serve) करने वाला उसे सामने की दीवार पर जोर से मारता है, विरोधी खिलाड़ी को इस गेंद को फर्श पर लगने वाले दूसरे टप्पे से पहले ही पकड़ कर वापस फेंकना होता है, यह खेल बहुत तेज और रोचक होता है, गेंद अत्यन्त तीव्र गति से इधर-उधर घूमती है. एक खेल में गेंद की रफ्तार 300 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई थी.