Thursday, 19 September

आमतौर पर अन्य जीवों की तुलना में स्तनपायी जीवों का मस्तिष्क उनके शरीर के अनुपात से बड़ा होता है. स्तनपायी जीवों में मनुष्य का मस्तिष्क सबसे अधिक विकसित और बड़ा है. यह जीवन भर शरीर के सभी कार्यों और गतियों पर नियंत्रण रखता है. यह हर क्षण सक्रिय रहता है और शरीर के सभी अंगों को उनके कार्यों के बारे में मार्ग निर्देशन देता है. यही कारण है कि मस्तिष्क को शरीर का नियंत्रण केंद्र कहते हैं. क्या आप जानते हो कि हमारा मस्तिष्क किसका बना हुआ है यह अपने भिन्न-भिन्न कार्यों को कैसे करता है?

मानव मस्तिष्क (Human Brain) का अधिकतर अंश एक प्रकार के भूरे और सफेद पदार्थ से बना है. भूरे पदार्थ में स्नायु कोश होते हैं में स्नायु तंतु, स्नायु कोशों से संदेश लेकर स्नायु तंतु उसे शरीर के विभिन्न अंगों तक पहुंचाते हैं. जैव विद्युत की हजारों उत्तेजनायें (Impulses) इन स्नायु कोशों से सदैव गुजरती रहती हैं. पहले हमारे शरीर के अंगों की ज्ञानेंद्रियों से विभिन्न स्नायुओं द्वारा सभी संदेश मस्तिष्क को भेजे जाते हैं. इसके फलस्वरूप मस्तिष्क सभी मांसपेशियों और ग्रंथियों को आवश्यक कार्य करने के संकेत भेजता है. मानव का सबसे महत्वपूर्ण कार्य ‘विचार करना’ भी हमारे मस्तिष्क में ही होता है. शरीर द्वारा उत्पन्न की गई ऊर्जा के पूरे भाग का हमारे मस्तिष्क द्वारा ही किया जाता है.

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मानव मस्तिष्क (Human brain) की बनावट

केंद्रीय स्नायु व्यवस्था मस्तिष्क और रीढ़ की हड्‌डी (मेरुदंड) में स्थित होती है. मस्तिष्क के विभिन्न भाग एक दूसरे से संबंधित होते हैं और वे शरीर की भिन्न- भिन्न को नियंत्रित करते हैं. मेरुदंड में स्थित स्नायु केंद्र (Medulla) और मस्तिष्क का हाइपोथेलमस शरीर के अंगों की उन गतियों को नियंत्रित करता है जो अपने आप होती रहती हैं जैसे सांस का चलना और हृदय का धड़कना आदि. पैदल साइकिल चलाना जैसे कार्य, जिनमें मांसपेशियों और शारीरिक अंगों का नियंत्रण करना पड़ता है, मस्तिष्क का सेरेबेलम नामक भाग करता है, एक बार कोई कार्य सीख लेने के बाद वह अपने आप होता जाता है.

मस्तिष्क का कॉरटैक्स (Cortex) चेतन भावनाओं और लिखने-पढ़ने जैसी स्वैच्छिक गतियों को नियंत्रित करता है. सामने वाले भाग को सेरेब्रम हैं. इसमें दो सेरेब्रल होते हैं- दाहिना गोलार्ध और बायां गोलार्ध. विचार करने का अधिकांश कार्य सेरेब्रम करता है तथा हमारी याददाश्त और भावनाओं के लिए जिम्मेवार है. सेरेब्रम का दाहिना भाग शरीर के बायें से तथा बायां शरीर के दाहिने भाग से संबंधित होता है. जिनके मस्तिष्क का दाहिना गोलार्ध अधिक विकसित होता है वे बायें हाथ से कार्य करते हैं और जिनके मस्तिष्क का बायां भाग अधिक विकसित होता है, वे दाहिने हाथ से.

जब हम सो रहे होते हैं तब भी हमारा मस्तिष्क कार्य करता रहता है. एक वयस्क व्यक्ति के मस्तिष्क का भार लगभग 1.4 किग्रा. होता है. इसमें लगभग 140 खरब स्नायुकोष होते हैं. हमारे स्नायुओं से सबसे अधिक तीव्र गति से जाने वाले संदेशों की गति 400 किमी. प्रति घंटा होती है.

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