Sunday, 8 September

वीडियो टेप या रिकार्डर कई तरीके से आम टेप रिकार्डर से मिलता-जुलता है. दोनों में अंतर यह है कि आम टेप-रिकार्डर ध्वनि को आरेखित करता है, तथा पुनः पैदा करता है, जबकि वीडियो टेप रिकार्डर ध्वनि तथा चित्र दोनों का ही लेखा-जोखा करता है. इसे बी.सी.आई. (वीडियो कैसेट रिकार्डर) भी कहते हैं. बाजार में वी. सी. पी. (वीडियो कैसेट प्लेयर) भी मिलता है जिसके द्वारा वीडियो कैसेट की फिल्म को देखा सुना जा सकता है. पर टी. वी. का कोई कार्यक्रम रिकार्ड नहीं किया जा सकता. वी.सी. आर. आमतौर पर टेलीविजन प्रोग्रामों को रिकार्ड करने के लिए प्रयुक्त होता है.

वीडियो टेप प्लास्टिक की एक पतली टेप होती है. इसके एक ओर आयरन आक्साइड की पतली पर्त चढ़ी होती है, जिसकी मोटाई एक सेंटीमीटर के पांच हजारवें भाग के बराबर होती है. टेप की चौड़ाई 1.25 से 2.5 सेमी. (.5. से 1 इंच) तक होती है. कोई भी कार्यक्रम रिकार्ड करने के लिए मैगनेटिक वीडियो टेप-रिकार्डर द्वारा टेप को चलाया जाता है.

विष्टेप करते समय एक टेलीविजन कैमरा चित्रों को माइक्रोफोन ध्वनियों को विद्युत-संदेशों में बदलता है. ये दोनों संदेश टेप-रिकार्डर में भेजे जाते हैं. वीडियो टेप- रिकार्डर (VTR) के रिकार्डिग हैड इन संदेशों को क्षेत्र में बदल देते हैं. इससे टेप पर चुंबकीय पैटर्न बन जाते हैं, जो कार्यक्रम की प्रतिलिपि मात्र होते हैं. इसी टेप को अब मूल ध्वनि और चित्र को देखने के लिए प्रयोग में लाया जाता है. जब टेप को चलाया जाता है, तो आयरन आक्साइड पर बने चुंबकीय पैटर्न के अनुसार ही विद्युत- धारा पैदा होती है, जो पुनः ध्वनि और चित्रों में बदल जाती है और हमें कार्यक्रम देखने को मिल जाता है.

ध्वनि और चित्र संदेश टेप पर अलग-अलग रिकार्ड किए जाते हैं. ध्वनि-संदेश आमतौर पर टेप के ऊपरी भाग में आरेखित होता है, तथा चित्र संदेश-टेप के मध्य में आरेखित होता है. ध्वनि आरेख पतला होता है, लेकिन चित्र-आरेख इसकी तुलना में चौड़ा होता है. टेप के निचले हिस्से पर एक नियंत्रण-संदेश भी आरेखित होता है. टेलीविजन स्टूडियो में आमतौर पर 5 सेमी चौड़ी टेप प्रयोग में लाई जाती है. इस टेप की गति 37.5 सेमी प्रति सेकेंड होती है. चित्र अंकित करने वाला हैड जैसे- जैसे टेप चलती है घूमता रहता है, इससे संदेश टेप पर डायगनल बैंड्स के रूप में आरेखित होता जाता है. इससे कम स्थान पर अधिक सूचना आरेखित हो जाती है.

वीडियो टेप टेलीविजन कार्यक्रमों को रिकार्ड और रिप्रोड्यूस करने के काम आती हैं. खेल संबंधी कार्यक्रमों के जीते-जागते प्रसारण में भी इनका प्रयोग होता है. वीडियो टेप धीमी गति तथा विश्राम-क्रिया तकनीकों में भी प्रयोग होती हैं.

अब वीडियो टेप या रिकार्डर की जगह कॉम्पैक्ट डिस्क (compact disc) और डिजिटल वर्सेटाइल डिस्क (Digital versatile disc) ने ले ली है जिन्हें प्लेयर पर लगा कर चला सकते हैं. इसके अलावा डिजीटल मेमोरी कार्ड और डिवाइस भी मार्केट में उपलब्ध हैं. इनमें भी चित्र और ध्वनि दोनों हो दिखाई देती हैं.

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