Wednesday, 23 October

The Legend of Maula Jatt Ban in India: पाकिस्तान की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट’ को भारत में सिनेमाघरों में रिलीज करने की अनुमति नहीं दी गई है। इस फैसले को लेकर पिछले कुछ समय से भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में काफी चर्चा हो रही थी। जानकारी के अनुसार, यह निर्णय पाकिस्तान द्वारा भारतीय फिल्मों पर लगाए गए प्रतिबंध के कारण लिया गया है, जो 2019 से लागू है।

फिल्म की पृष्ठभूमि और रीमेक

‘द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट’ 1979 में आई क्लासिक फिल्म मौला जट्ट का रीमेक है, जिसे बिलाल लशारी द्वारा निर्देशित किया गया था। इस फिल्म में पाकिस्तान के मशहूर कलाकार फवाद खान और माहिरा खान मुख्य भूमिकाओं में हैं। 2022 में रिलीज़ हुई इस फिल्म ने दुनियाभर में 400 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की थी, लेकिन उस समय भारत में इसे रिलीज़ नहीं किया गया था।

भारतीय दर्शकों के लिए फिल्म की रिलीज पर रोक

हाल ही में खबरें आई थीं कि यह फिल्म भारत में रिलीज की जा रही है, जिससे यह लगभग 10 साल बाद भारत में रिलीज होने वाली पहली पाकिस्तानी फिल्म होती। हालांकि, अब इस पर रोक लगा दी गई है। भारतीय दर्शकों में इस फिल्म को लेकर काफी उत्सुकता थी, लेकिन राजनीतिक और सीमा संबंधी कारणों के चलते फिल्म को रिलीज करने की अनुमति नहीं मिल पाई।

MNS का विरोध और विवाद

फिल्म की रिलीज की खबर के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने इस पर कड़ा विरोध जताया। MNS नेता अमय खोपकर ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे किसी भी पाकिस्तानी फिल्म को भारत में रिलीज नहीं होने देंगे। उन्होंने यह भी धमकी दी कि यदि कोई पाकिस्तानी एक्टर भारत में आया, तो उसके हाथ-पैर तोड़ दिए जाएंगे। इस विरोध के पीछे उन्होंने भारत पर होने वाले पाकिस्तानी हमलों को जिम्मेदार ठहराया, जिनमें भारतीय जवान शहीद होते हैं।

पाकिस्तान-भारत फिल्म प्रतिबंध का प्रभाव

यह फैसला एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच फिल्म इंडस्ट्री में जारी तनाव को उजागर करता है। 2019 के बाद से पाकिस्तान ने भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध लगाया हुआ है, जिसका सीधा असर दोनों देशों की सांस्कृतिक और मनोरंजन जगत पर पड़ता है। इससे न केवल दोनों देशों के कलाकारों का सहयोग प्रभावित होता है, बल्कि दर्शक भी उच्च गुणवत्ता वाली अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों से वंचित रह जाते हैं।

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