Author: Shailja Dubey

"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल लोगों को सही दिशा देने में कर सकें।" इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 5 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। अभी मैं दैनिक अपडेट, मनोरंजन, सामान्य ज्ञान और जीवनशैली समेत अन्य विषयों पर काम कर रही हूं।

कैसोवरी (Cassowary) संसार की सबसे खतरनाक चिड़िया है. इसके पैरों पैरों के अंगूठों में अंदर की ओर हुरे जैसा एक पंजा होता है, जिससे यह आदमी के पेट को आसानी से चीर सकती है. इस चाकू जैसे पंजे से यह आदमी की कर सकती है. क्या तुम जानते हो कि यह चिड़िया कहां पायी जाती है? यह चिड़िया न्यू गाइना (New Guinea) और उत्तरी के जंगलों में पायी जाती है. यह चिड़िया बहुत ही कम दिखाई देती है, लेकिन इसकी आवाज अक्सर सुनाई देती रहती है. यह उड़ नहीं सकती, क्योंकि इसका आकार बहुत बड़ा होता है, लेकिन यह दौड़ती…

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नाइट्रोजन (Nitrogen) सभी जीवित प्राणियों के लिए एक अत्यंत आवश्यक तत्व है. हमारे वायुमंडल में लगभग 78% नाइट्रोजन गैस है. इस नाइट्रोजन की कुछ मात्रा जीवित प्राणियों द्वारा निरंतर इस्तेमाल होती है और लगभग उतनी ही मात्रा वायुमंडल में वापस आती है. इस प्रकार पृथ्वी, जल, वायु और जीवित प्राणियों के बीच नाइट्रोजन के निरंतर आदान-प्रदान को नाइट्रोजन चक्र (nitrogen cycle) के नाम से जाना जाता है. वायुमंडल में नाइट्रोजन की मात्रा स्थिर रहना नाइट्रोजन-चक्र को भली-भांति समझने के लिए यह जानना जरूरी है कि वायुमंडल से किस प्रकार नाइट्रोजन प्राप्त की जाती है और प्रयोग में लाई हुई यह नाइट्रोजन…

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हम कैमरे में टेलीस्कोप लगाकर अधिक तारों की फोटो ले सकते हैं रात्रि के अंधकार में हम असंख्य तारे आकाश रोज ही देखते हैं. इनमें से कुछ तारे छोटे होते हैं, तो कुछ बड़े, कुछ बहुत ही चमकीले होते हैं, तो कुछ मंद रोशनी पैदा करते हैं. तारों को देखकर हमें बड़ा आश्चर्य होता है. हमें ऐसा लगता है कि इन तारों को गिना नहीं जा सकता. इसमें संदेह नहीं कि ये तारे असंख्य हैं और गिनना असंभव है, लेकिन आश्चर्य की बात तो यह है कि बिना दूरदर्शी की सहायता के हम इन असंख्य तारों में से केवल 6000…

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ब्लैक होल्स के बारे में वैज्ञानिकों का कथन है कि वह तारों के जीवन की अंतिम स्थिति होती है. हमारी आकाश गंगा में लाखों ब्लैक होल्स हैं बीसवाँ सवीं शताब्दी के खगोलशास्त्रियों ने अंतरिक्ष में कुछ काले क्षेत्रों की संभावना व्यक्त की है, जो विशाल तारों के समाप्त जो जाने पर बनते हैं. अंतरिक्ष के इन काले क्षेत्रों को ही ब्लैक होल (Black Hole) के नाम से जाना जाता है. ब्लैक होल के अंदर गुरुत्वाकर्षण बल इतना अधिक होता है कि कोई भी वस्तु जो इसमें अंदर चली जाए बाहर नहीं आ सकती. यहां तक कि प्रकाश भी ब्लैक होल…

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ल्यूकेमिया (Leucamia) या ब्लड-कैंसर रक्त-गड़बड़ी होने के कारण होने वाला एक घातक रोग है. यह स्त्री-पुरुषों दोनों में किसी भी उम्र में हो सकता है. ब्लड कैंसर क्यों होता है, इसका कारण अभी तक ज्ञात नहीं हो सका है. क्या आप जानते हैं कि इस घातक बीमारी में क्या होता है? रक्त हमारे शरीर के हर भाग में प्रवाहित होकर जीवन का संचार करता रहता है. रक्त के अवयवों का अपना-अपना विशेष कार्य है. रक्त में सबसे अधिक संख्या लाल रक्त कोशिकाओं की होती है. उसके बाद श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या होती है. लाल रक्त-कोशिकाएं सारे शरीर में स्थित…

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टाइफाइड (Typhoid) एक भयानक संक्रामक रोग है, जो एक प्रकार के जीवाणु (Bacteria) से फैलता है. आयुर्विज्ञान की भाषा में इसे बैसिलस सेलमोनेला टायफोसा कहते हैं. यह गंदे भोजन या गंदे पानी के साथ शरीर में प्रवेश कर के खून तक पहुंच जाता है, यह खून को प्रभावित करके पूरी रक्त व्यवस्था को दूषित कर देता है. टाइफाइड का कारण टाइफाइड दूषित पानी, दूध या भोजन से होता है. टाइफाइड के जीवाणु पकने से पहले भोजन सामग्री में भी वाहक द्वारा पहुंच सकते हैं. मक्खियां भी इन जीवाणुओं को इधर से उधर पहुंचाती हैं. टाइफाइड की बीमारी के ठीक हो…

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दूध (Milk) एक पौष्टिक पदार्थ है, जिसे माताएं अपने बच्चों को पिलाती हैं. इसमें शारीरिक विकास के लिए आवश्यक सभी तत्व होते हैं. जन्म से कुछ महीनों तक स्तनपायी पशुओं का बच्चा दूध पर ही पलता है. वास्तव में किसी भी जाति के स्तनपायी के शिशु के लिए दूध एक तरह से पूर्ण आहार होता है. यही स्थिति मानव-शिशु के विषय में भी सच है, क्योंकि यह हजम भी बहुत आसानी से होता है, इसलिए बच्चों के लिए इससे अधिक आदर्श भोजन कोई नहीं होता. दूध स्तनपायी की मादा के शरीर में एक विशेष ग्रंथि (Gland) में बनता है, जिसे…

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भेंगापन (Squint) एक बीमारी है, जिसमें दोनों आंखें एक ही दिशा में नहीं देख पातीं. इस बीमारी को स्ट्राबिस्मस (Strabismus) या हेटेरोट्रापिया (Heterotropia) भी कहते हैं. भेंगापन तीन प्रकार का होता है. एक में दोनों आंखें एक दूसरे की तरफ देखती हैं, दूसरे में नीचे की तरफ और तीसरे में ऊपर की तरफ, आंखों का किसी भी दिशा में देखने पर यदि भेंगापन स्थायी रहता है, तो उसे ‘कमिटेंट’ भेंगापन कहते हैं. दूसरी तरह के भेंगापन को ‘नानकमिटेंट’ कहते हैं, जिसमें भंग नजर की दिशा के साथ-साथ कम-ज्यादा होता है. भेंगापन स्नायु-नियंत्रण में कुछ गड़बड़ी होने से होता है. वास्तव…

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हम जानते हैं कि किन्ही भी दो व्यक्तियों के उंगलियों के निशान एक से नहीं हो सकते, ठीक उसी प्रकार दो व्यक्तियों की आवाज भी एक जैसी नहीं होती. क्या आपको पता है ऐसा क्यों होता है ? बोलने की क्रिया में सैकड़ों पेशियां सेकेंड से भी कम समय में एक सामंजस्य के साथ सक्रिय होती हैं. बोलने यंत्र जिसे लेरिंक्स या ध्वनि-बॉक्स कहते हैं, असंख्य आवाजें पैदा कर सकता है. यह गले का वह भाग है, जिसमें से हवा गुजरती है. जब हम सांस लेते हैं, तो पहले हवा मुंह और नाक में से लेरिंक्स में नीचे की ओर…

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जब से चिकित्सा विज्ञान में शल्य चिकित्सा का आरंभ हुआ है, कई तरह की जड़ी-बूटियां, गैस, तेल और दवाइयां दर्द से छुटकारा पाने के लिए प्रयोग होती रही हैं. लेकिन इनमें से कोई भी औषधि पूरी तरह सफल नहीं हुई. इसलिए आपरेशन किसी भी मरीज के लिए बेहद दर्दनाक सिद्ध होता रहा है. कभी-कभी तो इसमें होने वाले दर्द और सदमें से मरीज की मौत तक हो गई है. पर जब से बेहोश करने की औषधियों का आधुनिक विज्ञान ने आविष्कार किया है, इस क्षेत्र में अपूर्व सफलता प्राप्त हुई है. सबसे पहले आपरेशन में बेहोश करने वाली दवा का…

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