ओस्कार पुरस्कार (Oscar Award) वे वार्षिक पुरस्कार हैं जो यूनाइटेड स्टेट्स कैलिफोर्निया की अकादमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट एंड साइंसेज (Academy of Motion Picture Arts and Sciences – AMPAS) द्वारा फिल्म निर्माण के विभिन्न क्षेत्रों में ऊंचे स्तर की सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि के लिये दिये जाते हैं. इसके मुख्य पुरस्कार सर्वोत्तम मुख्य तथा सहायक भूमिका करने वाले अभिनेता तथा अभिनेत्री, सर्वोत्तम निर्देशन, सर्वोत्तम स्क्रीन प्ले और सर्वोत्तम फिल्म को दिये जाते हैं. दूसरा विशेष पुरस्कार पूरे जीवन में सर्वोत्तम उपलब्धियां पाने वाले को दिया जाता है. सिनेमा संसार में इन पुरस्कारों को पूरे विश्व में सबसे अधिक प्रतिष्ठा और सम्मान प्राप्त…
Author: Shailja Dubey
समय को व्यक्त करने के लिए हम सभी ए.एम. और पी.एम. (A.M. & P.M.) शब्दों का प्रयोग करते हैं. ए. एम. दोपहर से पहले और पी.एम. दोपहर के बाद के समय के लिए प्रयोग किया जाता है. ए.एम. और पी.एम. अर्थ और इनका प्रयोग हम जानते हैं कि अपनी धुरी पर धरती के घूमने के कारण दिन और रात होते हैं. घूमने में धरती का जो भाग सूर्य के सामने आता है, वहां दिन होता है और शेष भाग में रात होती है. जब सूर्य पूर्व में उदय होता है, तो दिन की शुरुआत होती है और सूर्य के पश्चिम…
पॉप संगीत सन् 1950 से 1964 तक संसार के युवा वर्ग में सबसे अधिक लोकप्रिय संगीत रहा था और अब भी लोकप्रिय है. जनता में इसकी अत्यधिक लोकप्रियता के फलस्वरूप समय-समय पर अनेक पॉप संगीत सितारों का विकास हुआ जिन्होंने अपनी विशिष्ट शैली से जनता का मनोविनोद किया. एल्विस प्रेस्ले (Elvis Presley) उन पहले पॉप संगीतकारों में से एक थे इन्हे लोग एल्विस के नाम से भी भी जानते है. वह रॉक एंड रॉल गायक थे और उनके मंच पर आते ही उनके फैंस में एक नया उत्साह भरा हर्ष छा जाता था. रॉक एंड रॉल डांस का एक रूप है…
सर्किंग (Surfing) एक ऐसा खेल है, जिसमें खिलाड़ी एक पतले से सर्फबोर्ड पर खड़े होकर समुद्री लहरों पर तैरता है. जब 1788 में जेम्स कुक ने हवाई की खोज की, तो उसने पाया, कि वहां यह खेल उस जमाने में भी बहुत लोकप्रिय था. आज यह विश्वभर में प्रचलित हो गया है. हवाई में सर्फिग खेल की प्रतियोगिताएं होती थीं और जीतने वालों को पुरस्कार दिए जाते थे. इस द्वीप के लोग 4.5 मी. लंबा और 67.5 किलोग्राम वजन का तख्ता प्रयोग करते थे. 1957 में हल्के तख्तों पर तैरने की शुरुआत हुई. इस आरंभ ने खेल में क्रांतिकारी परिवर्तन…
प्लेटो (Plato) यूनान का एक प्राचीन दार्शनिक था, जिसकी शिक्षाओं और लेखों का आज भी बहुत महत्व है. प्लेटो को अफलातून भी कहते हैं. इस महान् विचारक की रचनाएं सारे संसार में बड़ी रुचि से पढ़ी जाती हैं. वह सुकरात (Socrates) का शिष्य और अरस्तू (Aristotle) का गुरु था. वास्तव में सुकरात के महान् विचारों को ही उसके शिष्य प्लेटो ने अपनी रचनाओं में लिखा है. अरस्तू (Aristotle) की प्रतिभा को विकसित करने का श्रेय भी प्लेटो को जाता है. प्लेटो का जन्म ईसा से 427 वर्ष पहले यूनान के एथेंस नगर में हुआ था एवं मृत्यु 80 वर्ष की…
बहुरूपदर्शी (Kaleidoscope) प्रकाशीय कालीनों, दीवारों और रंगीन कपड़ों पर छपाई के लिए सुंदर डिजाइन पैदा करने के काम आता है. इसका आविष्कार सन् 1816 में स्काटलैंड के सर डेविड बूस्टर (Sir David Brewster) नामक भौतिकशास्त्री ने किया था. सन् 1817 में उन्होंने इसे एक खिलौने के रूप में पेटेंट कराया था. बहुरूपदर्शी झुके हुए समतल दर्पणों से होने वाले परावर्तनों से बनने वाले प्रतिविम्बों के सिद्धांत पर कार्य करता है. यदि 10° पर झुके हुए दो समतल दर्पणों के बीच कोई वस्तु रख दी जाए तो उसके तीन प्रतिविग्य बनते हैं. इसी प्रकार 60° पर झुके हुए दो समतल दर्पणों…
सभी रासायनिक प्रयोगशालाओं और उद्योगों में अम्लों और क्षारों का पता लगाने के लिए लिटमस पेपर (Litmus Paper) काम में लाए जाते हैं. लिटमस पेपर लाल और नीले रंग के होते हैं. जब नीले लिटमस को किसी अम्ल या अम्लीय विलयन (Acidic Solu- tion) में डाला जाता है, तो इसका रंग लाल हो जाता है. इसी प्रकार क्षारों और क्षारों के घोल में लाल लिटमस का रंग नीला हो जाता है. उदासीन घोल का लिटमस पर कोई प्रभाव नहीं होता. इस प्रकार लिटमस पेपर की सहायता से यह पता लगा लिया जाता है कि अमुक घोल अम्लीय है या क्षारीय…
हम जानते हैं कि प्रत्येक पदार्थ छोटे-छोटे कणों से मिलकर बना इन कणों को परमाणु कहते हैं. परमाणु अत्यंत सूक्ष्म होते हैं, जिन्हें नंगी आंखों से नहीं देखा जा सकता. बीसवीं शताब्दी के शुरू में वैज्ञानिकों ने यह भी पता लगा लिया कि परमाणु और भी अत्यंत सूक्ष्म कणों से मिलकर बने हैं. ये अत्यंत सूक्ष्म कण हैं: इलेक्ट्रोन, प्रोटोन और न्यूट्रान. इन कणों को हम मूल कण (Elementary Particles) कहते हैं. इन मूल कणों के अतिरिक्त वैज्ञानिकों ने और भी बहुत से मूल कणों का पता लगा लिया है. कौस्मिक किरणों के अध्ययन से पता चला है कि ब्रह्मांड…
प्रोजेक्टर (projector) एक ऐसा प्रकाशिक यंत्र है, जो पर्दे पर सिनेमा फिल्म या स्लाइडों के आकार में बढ़े हुए चित्र प्रदर्शित करता है. इस यंत्र को प्रोजेक्शन लैंटर्न भी कहते हैं. प्रोजेक्टर पर्दे पर बड़े चित्र कैसे बनाता है? एक साधारण प्रोजेक्टर के निम्नलिखित हिस्से होते हैं: (1) एक प्रकाश स्रोत, (ii) एक अवतल परावर्तक, जो प्रकाश को केंद्रित करता है, (iii) एक कंडेंसर लेंस, तथा (iv) एक प्रोजेक्टर लेंस. किसी स्लाइड के छोटे प्रतिबिंब को आवर्धित करने के लिए (आकार में बढ़ाने के लिए) एक प्रकाश-स्रोत की आवश्यकता होती है. अधिकतर प्रोजेक्टरों में 1000 वाट का टंगस्टन फिलामेंट का…
मनुष्य प्राचीन काल से ही समय मापने के लिए अलग-अलग तरह की घड़ियों का इस्तेमाल करता आया है प्राचीन काल की घड़ियों में अधिक प्रामाणिकता नहीं थीं, परंतु आज के वैज्ञानिकों ने बहुत हो उच्च स्तर की घड़ियों का विकास कर लिया है, जिनसे छोटी से छोटी समय की गति को मापा जा सकता है. सामान्य तौर पर प्रयोग में आने वाली आधुनिक पड़िया तीन प्रकार की हैं 1. चाबी से चलने वाली पड़ियों, 2 विद्युत से चलने वाली घड़ियां और 3. इलेक्ट्रोनिक पड़ियां चाबी वाली घड़ियां स्प्रिंग से चालती है, विद्युत घड़ियां बेट्री से और इलेक्ट्रोनिक घड़ियों (Quartz) से.…