Author: Nishpaksh Mat Team

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About Khajuraho Temple: विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो दुनियाभर में अपनी एक अलग पहचान बनाए हुए है, जो वास्तव में आलौकिक और चमत्कारिक है। यहां पर मंदिरों का निर्माण चंदेल साम्राज्य के समय हुआ। 12वीं शताब्दी से खजुराहो में लगभग 85 मंदिर हैं जो 20 किलोमीटर में फैले हुए हैं। लेकिन अब कुछ ही मंदिर बचे हुए हैं जो अब 6 किलोमीटर के दायरे में फैले हुए हैं। इनमें से कंदरिया महादेव का मंदिर (Kandariya Mahadev Temple Khajuraho) प्रसिद्ध है व इसमें बहुत सी ऐतिहासिक मूर्तियां बनी हुई हैं। इन मंदिरों में हिन्दू व जैन दोनों धर्मों का मिश्रण भी…

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Akshara Singh Sexy Danc Videos: भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की चमकती सितारा अक्षरा सिंह (Akshara Singh) आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। अपनी दमदार एक्टिंग और खूबसूरती के दम पर उन्होंने देशभर में लाखों फैंस बनाए हैं। अक्षरा इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं और अक्सर अपने फैंस के साथ फोटो और वीडियो शेयर करती रहती हैं।

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मध्य प्रदेश का एक महत्वपूर्ण शहर है। सागर का इतिहास सन 1660 से आरंभ होता है , जब हुसैन शाह ने तालाब के किनारे स्थित वर्तमान किले के स्थान पर एक छोटे किले का निर्माण करवा कर उस के पास परकोटा नाम का गांव बसाया था ।निहालशाह के वंशज ऊदन शाह द्वारा बसाया गया वही छोटा सा गांव आज सागर के नाम से जाना जाता है। परकोटा अब शहर के बीचों बीच स्थित एक मोहल्ला है । वर्तमान किला और उसके अंदर एक बस्ती का निर्माण पेशवा के एक अधिकारी गोविंदराव पंडित ने कराया। सन 1735 के बाद जब सागर…

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टीकमगढ़ मध्य प्रदेश का एक छोटा शहर और जिला मुख्यालय है। यह जिला ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से धनी कहा जा सकता है। टीकमगढ़ अपनी बिरासत में सांस्कृतिक, साहित्यक, भौगोलिक, एवं राजनीतिक दृष्टि से बहुत कुछ संजोये हुए है। फिलहाल विगत दो वर्ष पूर्व कुछ राजनीतिक एवं प्रशासनिक कारणों व जरूरतों के हिसाब से टीकमगढ़ जिला दो भागों विभक्त हो गया है। टीकमगढ़ जिले की ही एक पुरानी तहसील निवाड़ी को मध्य प्रदेश शासन द्वारा जिले का दर्जा प्रदान कर दिया गया। भगवान कृष्ण के नाम ‘टीकम’ से बनी टीकमगढ़ की पहचान जिले के अंतर्गत क्षेत्र ओरछा के सामंती राज्य…

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जीवन के लिए आवश्यक ऑक्सीजन की खोज कब और किसने की? इस लेख में जानिए ऑक्सीजन की खोज का रोचक इतिहास, वैज्ञानिकों का योगदान और इसके विभिन्न उपयोगों के बारे में।

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हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक स्थिति हिमाचल प्रदेश 30°22′ से 33°12′ उत्तरी अक्षांश एवं 76°47′ से 97°4′ पूर्वी देशान्तरों के बीच स्थित है। प्रदेश का उत्तरी-पूर्वी भाग हिमाच्छादित, रूपहले पर्वत शिखरों, प्राकृतिक दृश्यों से सुसज्जित है। यहां पहाड़ों की ऊंचाई समुद्र तल से 460 से 6,600 मीटर तक है। राज्य में उप-उष्णकटिबंधीय किस्म की वनस्पतियां पाई जाती हैं। यहां गर्मी की ऋतु सुहावनी एवं सर्दी की ऋतु में अधिक ठंड पड़ती है। भारी बर्फ गिरती है। राज्य में शिमला और सिरमौर जिलों की भूमि उपजाऊ है। अन्य जिलों में जंगल और पहाड़ी भूमि है। वर्षा का औसत 181.6 सेमी. है। बर्फ…

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राजस्थान की भौगोलिक स्थिति प्रदेश की पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान, उत्तर में पंजाब, उत्तर-पूर्व में हरियाणा, पूर्व में उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में मध्यप्रदेश एवं गुजरात है। राज्य का अधिकांश भाग मरुस्थलीय है। यहां थार का रेगिस्तान है। वर्षा की मात्रा व समय निश्चित नहीं है। राज्य को सूखे का सामना करना पड़ता है। गर्मी में तापमान 40 से 50 डिग्री सेल्सियस एवं सर्दी में कई स्थानों पर शून्य डिग्री सेल्सियस से भी नीचे पहुंच जाता है। राजस्थान में रेगिस्तान के अलावा मैदान एवं पर्वत श्रृंखला भी हैं। ऐसा माना जाता है कि राज्य विश्व के प्राचीन भूखण्डों [1] अंगारा लैण्ड,…

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उड़ीसा की भौगोलिक स्थिति ओडिशा 17°45′ से 20°25′ अक्षांश एवं 81°25′ से 87°25′ पूर्वी देशान्तरों के बीच स्थित है। उत्तर में बिहार, पश्चिम में मध्य प्रदेश, पूर्वोत्तर में पश्चिम बंगाल, दक्षिण में आंध्र प्रदेश व पूर्व में बंगाल की खाड़ी से घिरा हुआ है। यहां मीठे व खारे पानी की झीलें हैं। चिलका झील उनमें से एक है, जो करीब 11 वर्ग कि.मी. क्षेत्र में फैली है। कई क्षेत्रों में अधिक तो कहीं न्यून वर्षा होती है। इससे प्रदेश में बाढ़ एवं सूखे की स्थिति बनी रहती है। यहां ब्राह्मणी, महानदी एवं वैतरणी नदियां भी हैं। उड़ीसा की ऐतिहासिक स्थिति…

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पंजाब की भौगोलिक स्थिति भौतिक दृष्टि से पंजाब को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है। [1] शिवालिक तराई की पट्टी, [2] सतलुज-घग्घर का मैदान, शिवालिक, धौलाघर, पीरपंजाल पर्वत हैं। यहां सिंधु, रावी, व्यास, सतलुज नदियां हैं। पंजाब की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पंजाब शब्द फारसी के दो शब्दों ‘पंज’ और ‘आब’ के साथ मिलकर बना है। पंज का मतलब है पांच और ‘आब’ का मतलब पानी है। इस प्रदेश पर यूनानी, मौर्य, कुषाण, शक, गुप्त सहित अनेक क्शा का शासन रहा। मध्यकाल में यह प्रदेश मुसलमानों के आधिपत्य में रहा। यहां गजनवी, गोरी, खिलजी, गुलाम, तुगलक, लोदी एवं मुगल वंशों…

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