Author: Nishpaksh Mat Team

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झारखंड की भौगोलिक स्थिति राज्य 21°51’10” से 25°19’15” उत्तरी अक्षांश एवं 83°20*50″ से 88° 4’40” पूर्वी देशान्तर के बीच स्थित है। यह राज्य पूर्व में पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़, उत्तर में बिहार एवं दक्षिण में उड़ीसा से घिरा हुआ है। उत्तरी कोयल, दक्षिणी कोयल, फल्गु, सकरी, पंचाने, दामोदर, स्वर्ण रेखा, बराकर यहां की प्रमुख नदियां हैं। यहां रांची, पूर्व एवं पश्चिमी सिंहभूमि, हजारीबाग, गिरीडीह, पलामू सहित अनेक जिलों में जलप्रपात हैं। झारखंड की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि इस क्षेत्र में ब्रिटिश शासन काल के दौरान [1895-1900] बाहरी दिकू प्रजाति के लोगों के विरुद्ध बिरसा मुंडा के नेतृत्व में…

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कर्नाटक की भौगोलिक स्थिति यह प्रदेश उत्तर में महाराष्ट्र, दक्षिण में केरल एवं तमिलनाडु, पूर्व में आंध्रप्रदेश तथा पश्चिम में अरब सागर से मिलता है। राज्य 11° 30′ उत्तर से 18°30′ उत्तरी अक्षांश तथा 74° 10′ से 78° 30′ पूर्वी देशान्तर के मध्य स्थित है। प्रदेश के उत्तर दिशा में कृष्ण एवं इसकी सहायक नदियां [भीमा, घाट प्रभा, मालप्रभा, तुंग भद्रा और रेवती] दक्षिण में कावेरी एवं इसकी सहायक नदियां हेमवती, शिमशा, लक्ष्मण तीर्थ, अर्कावती और काबिनो] सहित अन्य महत्वपूर्ण नदियां हैं। यहां नीलगिरी पर्वत है। ऐतिहासिक पृष्भूमि कर्नाटक का उद्भव करूनाडू’ से हुआ है, जिसका अर्थ है- भव्य उच्च भूमि…

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मणिपुर की भौगोलिक स्थिति मणिपुर के पूर्व में म्यांमार, उत्तर में नागालैंड, पश्चिम में असम और मिजोरम, दक्षिण में म्यांमार और मिजोरम है। इसके पर्वतीय भाग में पांच एवं मैदानी भाग में चार जिले हैं।‌ यहां सारामती [3,926 मी.] पर्वत शिखर है। इस राज्य में इम्फाल, इरिल, नाम्बूल नदियां हैं। मणिपुर की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि इतिहासकारों के मतानुसार सन् 33 ई. में पारवंगा ने यहां एक बड़े राजवंश की शुरुआत की, जिसने 1891 तक मणिपुर पर शासन किया। उसके बाद मणिपुर ब्रिटिश शासन के अधीन आ गया। 15 अक्टूबर, 1949 को भारतीय संघ में भाग ‘ग’ के राज्य के रूप में…

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हरियाणा की भौगोलिक स्थिति हरियाणा 27° 30′ से 30°50′ उत्तरी अक्षांश एवं 74° 30′ से 77° 34′ पूर्वी देशान्तरों के बीच स्थित है। राज्य का मैदानी भाग उपजाऊ है। समुद्रतल से इसकी औसत ऊंचाई 700 से 900 फीट के बीच है। राज्य का दक्षिणी-पश्चिमी भाग सूखा एवं रेतीला है। इस भाग में खेती नहीं होती है। ऐतिहासिक पृष्ठभूमि हरियाणा को भरत वंश के राजाओं का स्थान कहा जाता है। हरियाणा के पानीपत नामक स्थान पर 1526 में बाबर एवं इब्राहिम लोदी के मध्य, 1556 में अकबर व हेमू के बीच तथा 1761 में मराठों व अहमदशाह अब्दाली के मध्य युद्ध…

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भारत में झीलों का निर्माण विभिन्न क्रियाओं द्वारा हुआ है। भूगर्भिक क्रिया द्वारा कश्मीर की वुलर झील बनी है जबकि महाराष्ट्र की लोनार झील‌‌ (बुल्डाणा) ज्वालामुखी क्रिया से बनी है। कुमायूं हिमालय की राकसताल, भीमताल, नौकुचिया ताल, नैनीताल आदि झीलें हिमानी निर्मित हैं पीर पंजाल में हिमोढ झीलें मिलती हैं। पवन निर्मित झीलों (प्लाया) में राजस्थान की सांभर, डीडवाना, पचपदरा, फलोदी,कोछोर, रैवासा, लूणकरणसर प्रमुख है। नदी विसर्प से बनी झीलें (बील) मध्य एवं निचली गंगा घाटी में मिलती हैं। नदियों के मुहानों पर लैगून झीलें मिलती हैं। इनमें ओडिशा की चिल्का (पुरी में), तमिलनाडु की पुलिकट, आन्ध्र प्रदेश की कोलेरू प्रमुख…

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आंध्र प्रदेश की भौगोलिक स्थिति राज्य 12° 30′ उत्तर से 19° 45′ उत्तरी अक्षांश एवं 76° 40′ पूर्व से 84° 54′ पूर्वी देशान्तर के बीच स्थित है। यहां की जलवायु उष्णार्द्र है। दक्षिण-पश्चिम मानसून से 2/3 और उत्तरी-पूर्वी मानसून से 1/3 भाग पर वर्षा होती है। यहां कृष्णा एवं गोदावरी नदियां प्रमुख हैं। यहां सर्वोच्च चोटी महेन्द्र गिरी [ऊंचाई समुद्र तल से 1,500 मी.] है। आंध्र प्रदेश की सीमाएं उत्तर में छत्तीसगढ़ तथा ओड़िशा, पश्चिम में कर्नाटक तथा महाराष्ट्र, दक्षिण में तमिलनाडु एवं पूर्व में समुद्र [बंगाल की खाड़ी] है। समुद्र तट की लम्बाई 974 किमी. है। मुख्य वन क्षेत्र…

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अरुणाचल प्रदेश की भौगोलिक स्थिति अरुणाचल प्रदेश एक पहाड़ी क्षेत्र है। असम के निकटवर्ती भाग में समतल मैदान की एक संकरी सी पट्टी है। राज्य के दो तिहाई भाग पर घने वन हैं। प्रदेश के पश्चिम में भूटान, उत्तर में तिब्बत एवं उत्तर-पूर्व में चीन, पूर्व में म्यांमार तथा दक्षिण में असम है। अरुणाचल प्रदेश की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि अरुणाचल प्रदेश का सम्पूर्ण क्षेत्र में प्रशासन की शुरुआत भारत की आजादी के बाद ही हुई थी। राज्य का नवीन इतिहास 24 फरवरी, 1826 को यंडाबू संधि के बाद असम में ब्रिटिश शासन लागू होने से शुरू होता है। 1962 से पूर्व…

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असम की भौगोलिक स्थिति असम 20° 30′ उत्तरी अक्षांश से 28° उत्तरी अक्षांश तथा 90°50′ पूर्वी देशान्तर से 97° 30′ पूर्वी देशान्तर के मध्य स्थित है। राज्य में सर्वाधिक वर्षा (178 से 305 सेमी.) जून से सितम्बर माह तक होती है। यहां की प्रमुख नदी ब्रह्मपुत्र है। यह नदी अपने उद्गम स्थल से 2,900 किमी. की यात्रा कर समुद्र तक पहुंचती है। करीब 9,35,500 वर्ग किमी क्षेत्र का पानी बहकर इस नदी में आता है। इसकी 120 सहायक नदियां हैं। राज्य के उत्तर में भूटान तथा अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम में पश्चिम बंगाल, पूर्व में नागालैंड व मणिपुर एवं दक्षिण में…

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बिहार की भौगोलिक स्थिति बिहार 21°77 उत्तरी अक्षांश से 27°31′ उत्तरी अक्षांश व 83°20′ से 88°17′ पूर्व देशान्तर के मध्य स्थित है। इसकी परिस्थितियां इसे तीन प्राकृतिक इकाइयों में विभक्त करती हैं। राज्य के पूर्व में पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तर प्रदेश, दक्षिण में झारखण्ड एवं उत्तर में अलग देश नेपाल है। तराई क्षेत्र यह भाग हिमालय पर्वत श्रृंखला की शिवालिक श्रेणी का हिस्सा है। यह पश्चिम चंपारण जिले के उत्तरी भाग में 32 किमी. लंबे और 6.8 किमी. चौड़े क्षेत्र में स्थित है। यह क्षेत्र उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व तक भारत-नेपाल सीमा के समानांतर है। यह पर्वत क्षेत्र सुमेश्वर एवं…

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छत्तीसगढ़ की भौगोलिक स्थिति मध्य प्रदेश के दक्षिण-पूर्व में 17°48′ उत्तरी अक्षांश से 24° उत्तरी अक्षांश तथा 84° 14′ पूर्वी देशांतर से 84° 25′ पूर्वी देशांतर तक विस्तृत है। भौगोलिक दृष्टि से यह क्षेत्र पूर्णतः पठारी है। यहां की भूमि ऊंची-नीची एवं बीच-बीच में बड़े मैदान है। राज्य में तेज गर्मी व साधारण ठंड रहती है। यहां छोटे छोटे पर्वत है, जिसमें बस्तर के पर्वत, रायपुर में सिहावा पर्वत, अमरकंटक पर्वत श्रेणी आती है यहां अत्यधिक वर्षा होती है, लेकिन आर्द्रता रहती है। सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र अबूझमाड़ है, यहां औसतन 187.5 सेमी. वर्षा होती है। यह बस्तर के पहाड़ी…

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